*इंदौर:-बाबा यादव*
सेंट्रल जेल में भी सब्जी मंडियो की तरह जैविक खाद बनने लगेगी। प्लांट लगाने का प्रस्ताव जेल प्रशासन ने मुख्यालय भेजा है। स्वीकृति मिलने के बाद इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। यहां बनने वाली खाद का उपयोग बाजार में बेचकर किया जाएगा। खाद से होने वाली आमदनी कैदियों में समान रुप से बांटी जाएगी।
नगर निगम और सब्जी मंडी की तरह जेल भी खाद बनाने की तैयारी की जा रही है। सेन्ट्रल जेल में जैविक खाद बनाने का प्लांट लगाया जाएगा। जेल में लगभग 2 हजार कैदी हैं। यहाँ बड़ी मात्रा में भोजन का वेस्ट निकलता है। इसके अलावा पेड़ों की पत्तियां व अन्य कचरा भी निकलता है। इस कचरे को न्यूनतम दामों पर समाज विशेष के लोगों को बेच दिया जाता है। कचरे का सदुपयोग हो सके, इसके लिए जैविक प्लांट की दरकार बनी हुई थी। कैदियों के रोजगार के लिए जेल में अनेक कारखाने संचालित हो रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में कैदी श्रम कर रहे हैं। जैविक प्लांट लगने से जेल प्रशासन यहां निर्मित होने वाली खाद खुद बाजार में बेचेगा। चोइथराम व अन्य सब्जी मंडियों में निर्मित खाद निगम 2 से 3 रुपए किलो में बेचता है। जेल प्रशासन इसकी कीमत 5 रुपए किलो रखेगा। कीमत ज्यादा रखने के पीछे कैदियों को इसमें ज्यादा से ज्यादा जोडऩे की मंशा है। निगम के प्रयासों से सेन्ट्रल जेल परिसर में जैविक खाद बनाने का काम हो रहा है। इसका उपयोग जेल में लगे पौधों में ही किया जाता है। रोजाना यहां 1 से 2 क्विंटल भोजन वेस्ट व अन्य कचरा निकलता है।
Check Also
खबर पार्ट-2 *श्योपुर पीजी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य एसडी राठौर के खिलाफ 3 सदस्यों का जांच दल गठित पद के दुरुपयोग करने का मामला* *कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में सीएम ने कहा शासकीय योजनाओं में पैसा खाने वाले भी माफियाओं के समान*
Spread the loveखबर पार्ट-2 *श्योपुर पीजी कॉलेज के प्रभारी प्रचार्य राठौर के खिलाफ 3 सदस्यों …