*इंदौर:-बाबा यादव*
प्रदेशभर में चलाए जा रहे हरियाली महोत्सव – 2018 के लिए इंदौर जिले में कलेक्टर ने रणनीति तैयार कर अधिकारियों को दायित्व सौपा है। जिला पंचायत सीईओ नेहा मीणा को पूरे हरियाली महोत्सव का नोडल अधिकारी बनाया गया है।
हरियाली महोत्सव के दौरान होने वाली घोटाले और फर्जी आंकडों के खेल पर अंकुश लगाने के लिए इंदौर कलेक्टर निशांत वरवडे ने एक नया प्लान तैयार किया है। इस प्लान में सख्त अधिकारी नेहा मीणा को जहां नोडल अधिकारी नियुक्ति किया है वहीं इंदौर के उप संचालक जनसम्पर्क डॉ. आर.आर. पटेल को हरियाली महोत्सव का डेटाबेस तैयार करने का दायित्व सौंपा गया है। नेहा मीणा को लेकर अब चर्चा यह है कि वे हर फाइल को बारिकी से देखती है और कई गलतियां निकालकर अधिकारियों को सकते में डाल देती है। जिले के अधिकारी सीईओ पंचायत के सामने बात करने से कतराते है।
महोत्सव के लिए कलेक्टर वरवडे ने जो दायित्व सौपा है उसके तहत पौधारोपण कार्यक्रम 15 सितम्बर तक चलेगा। कलेक्टर के आदेश के अनुसार उप वनमंडलाधिकारी आर.एन. सक्सेना को सरस्वती कान्ह नदी और फतनखेड़ी नदियों के किनारे बांस के पौधे लगाने का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह डिप्टी कलेक्टर श्रीलेखा श्रोत्रिय को नगर निगम इंदौर क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट और सिटी फारेस्ट डेवलप करना है। जिले के समस्त विकासखण्डों में तालाब के किनारे पौधारोपण करने का दायित्व संबंधित डीएफओ और जनपद सीईओ को सौंपा गया है।