*इंदौर:-बाबा*
स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए अब केंद्र सरकार नया मापदंड तय करने जा रही है। अब सफाई के आधार पर रैकिंग नहीं होगी, बल्कि 1 से लेकर 7 स्टार तक रेटिंग तय होगी। यानि, आपका शहर कितना स्वच्छ, साफ सुधरा है इसकी परीक्षा इस बार और ज्यादा कठिन हो जाएगी। इंदौर शहर दो बार नंबर वन का खिताब हांसिल कर चुका है।
2019 का सर्वे करने आने वाली टीम 10 दिन नहीं, बल्कि दो माह तक अलग-अलग स्थानों पर जाकर सर्वे करेगी। सर्वे करने आने वाले अधिकारी शहर के करीब चार हजार लोगों से सफाई के संबंध में चर्चा करेंगे। नए मापदंड के अनुसार अब सर्वे टीम दिल्ली से मिलने वाले लोकेशन के आधार पर तय स्थानों का सर्वे कर नंबरिंग नहीं करेगा, बल्कि उन्हें हर वार्ड के 5 स्थानों का सर्वे कर 50 लोगों का फीडबैक लेना होगा। शहर में 85 वार्ड हैं, जिसके हिसाब से 4250 लोगों से पूछा जाएगा कि पिछले कुछ माह से आपने अपने आसपास कचरा पड़ा हुआ देखा है या नहीं। इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी गई है। अब पूरा मामला टी-20 मैच की तर्ज पर न होकर टेस्ट मैच का हो गया है। क्योंकि स्वच्छता सर्वे के पहले नगर निगम 3-4 महीने में शहर को साफ-सुधरा बनाने की तैयारी कर लेते थे, लेकिन अब उन्हें पूरा साल इसमें मेहनत करनी होगी।
नए मापदंड में निजी कार्यालयों के साथ जलस्त्रोतों को भी शामिल किया गया है। जलस्त्रोतों जिनमें तालाब, बावड़ी और कुओं का भी सर्वे किया जाएगा। यदि इनमें भी गंदगी मिली तो शहर को 7 रेटिंग नहीं मिलेगी। नगर निगम को इनकी सफाई पर ध्यान देना होगा। निजी कार्यालयों में अस्पताल, होटल, स्कूलों को रखा गया है। यहां की सफाई का निरीक्षण भी सर्वे टीम करेगी। शहर को बेहतर रेटिंग मिले इसलिए किसी कार्यालय को भी अपने परिसर में साफ-सफाई रखना होगी।
नए मापदंड
– स्वच्छता सर्वेक्षण करने वाली टीम पहले 10 दिन शहर में रहती थी। अब दो माह तक रहेगी।
– किस स्थान का सर्वे करना है, इसके लिए दिल्ली से ऑनलाइन लोकेशन मिलती थी। अब पहले ही तय कर दिया गया है कि एक वार्ड के 5 स्थान शामिल किए जाएंगे।
– फीडबैक के लिए अभी नागरिकों की संख्या तय नहीं थी। अब हर वार्ड के 50 लोगों से टीम को फीडबैक लेना होगा।
– अभी तक स्वच्छता सर्वे के आधार पर शहर की रैकिंग तय होती थी। अगली बार गंदगी और सफाई के आधार पर शहर को 1 से 7 तक स्टार रेटिंग मिलेंगे।
जल्द मिलेंगे नंबर
स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में पहले 3 स्थान पर रहे शहरों के नामों की घोषणा पूर्व में की जा चुकी है। बाकी शहर किस नंबर पर है, इसकी घोषणा शीघ्र हो जाएगी। इंदौर शहर के लिए अभी शासन ने तारीख निश्चित नहीं की है।
स्टार का बंटवारा
नगर निगम को 1, 2 व 4 स्टार प्रदेश स्तर तथा 3, 6 व 7 स्टार केन्द्र से दिए जाएंगे। प्रदेश सरकार इसका परीक्षण कराएगी। वहीं तीन स्टार ओडीएफ वाले शहर को दिया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए भी नगर निगम को एक-एक स्टेज पूरी करने के बाद ही स्टार के लिए आवेदन करना होंगे।
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