*इंदौर:-बाबा यादव*
नगर एवं ग्राम निवेश विभाग अपने कामकाज में पारदर्शिता लाने की कवायद में लग गया है। इसके लिए नक्शा बनवाने व एनओसी दिलाने वाले इंजीनियरों को अलग काम करने के निर्देश दिए हैं। विभाग ने स्पष्ट किया कि जो इंजीनियर नगर निगम का काम देखते हैं, वे टीएनसीपी (नगर एवं ग्राम निवेश विभाग) का काम नहीं कर पाएंगे। आमतौर पर निगम में नक्शा व अन्य काम करने वाले इंजीनियर नगर एवं ग्राम निवेश विभाग का काम बेहतर ढंग से नहीं कर पाते। इससे कई बार आवेदकों के गुस्से का शिकार कर्मचारियों-अधिकारियों को होना पड़ता है। वहीं कुछ इंजीनियर ऐसे भी देखे गए हैं, जिन्हें नगर एवं ग्राम निवेश विभाग के नियम-कानून का ज्ञान नहीं है। वे बिना जानकारी के विभाग में फाइलें लगा देते हैं, जो बाद में जांच-पड़ताल के बाद निरस्त हो जाती है। निवेश विभाग तथा निगम दोनों के नियम अलग-अलग हैं। नक्शा निर्माण में शुल्क भी दोनों विभाग अलग-अलग वसूलते हैं। इसे देखते हुए नगर ग्राम निवेश विभाग ने तय किया है कि वह अपने काम करने के लिए अलग से इंजीनियरों की फौज तैयार करेगा। वर्तमान में जो इंजीनियर निगम का कामकाज भी देख रहे हैं, उन्हें हटाया जाएगा।
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