*पब व मॉल से जुड़ी कई हत्याओं के मामले आ चुके है सामने अब पब व मॉल के बाउंसरों की घेराबंदी*
*पुलिस ने किए नोटिस जारी पब माफिया के खिलाफ उठा मुद्दा पंहुचा हाईकोर्ट*
संजय यादव (बाबा), इंदौर। पब और मॉल से जुड़े अपराध रोकने के लिए वहां तैनात बाउंसरों और अन्य स्टाफ का खाका तैयार किया जा रहा है…इसके चलते प्रबंधको को नोटिस जारी किए गए है…जिसमे सभी बाउंसरों का चरित्र सत्यापन, आपराधिक रिकार्ड और लाइसेंसधारी सिक्यूरटी एजेंसी के जरिए की हुई नियुक्ति सहित अन्य जानकरी मांगी गई है…पब व मॉल में आए दिन हो रही घटनाओ को देखते हुए विजय नगर पुलिस ने अब इनकी घेराबंदी करने के लिए यह कदम उठाया है…वही तय समय के बाद पब, बार और होटल में हो रही शराबखोरी और अवयस्कों को शराब परोसने का मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है। इस मामले में जनहित याचिका दाखिल होने के बाद अदालत ने आबकारी कमिश्नर, इंदौर कलेक्टर और एसएसपी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
विजय नगर टीआई तहजीब काजी ने बताया की पब और मॉल में काम करने वाले सभी बाउंसरों और अन्य स्टाफ की जानकारी मांगी गई है…दूसरे शहरो से आकर कई बदमाश और आसमाजिक तत्त्व यहाँ नौकरी करने लग जाते है…नकेल कसने के लिए इन सभी का रिकार्ड थाने में रखा जाएगा…जहां के यह स्थानीय निवासी है उनके थानों से जानकारी मंगवाई जाएगी… गड़बड़ी मिलने पर सिक्यूरटी एजेंसी के खिलाफ भी कार्रवाई होगी…बिना लाइसेंस के काम करने वाली सिक्यूरटी एजेंसी का पता भी लगाना है…पब और मॉल में क्या-क्या गतिविधिया होती है उसका पूरा डेटा बुलवाया है…
पब व मॉल से जुड़ी कई हत्याओं के मामले आ चुके है सामने:
श्रीनगर में हुए बहुचर्चित तिहरा हत्याकांड को अंजाम देने की शुरुआत ऑर्बिट मॉल से ही हुई थी…इस मॉल में स्थित एक स्पा पार्लर में काम करने वाली लेडी किलर नेहा वर्मा ने मॉल में आने-जाने वाली मेघा देशपांडे को सोने के गहने पहने देखकर अपने जाल में फसा लिया था…खुद को बेरोजगार बताकर नौकरी की मांग की थी…मेघा उसकी बातो में आ गई और धीरे-धीरे दोनों का मिलना-जुलना होने लगा… इसी दौरान कातिल नेहा मेघा के घर भी आने लगी…पैसा वाला घर देखकर उसने अपने प्रेमी राहुल और उसके दोस्त मनोज के साथ साजिश रची… मौका देखकर एक दिन दिनदहाड़े घर में घुसकर पिस्टल से फायरिंग और चाकुओ से गोदकर 21 साल की अश्लेषा, उसकी माँ मेघा (42 साल) और नानी रोहणी फड़के (70 साल) को मौत के घाट उतार दिया था…यहाँ से यह हत्यारे 1.5 लाख रुपए, 5 लाख रुपए की कीमत के गहने और दो एटीएम कार्ड भी लूट के ले गए थे…वारदात को अंजाम देने वाली मास्टर माइंड लेडी किलर नेहा की मेघा से मुलाकात आर्बिट मॉल में ही हुई थी…
इसके अलावा एक फर्नीचर कंपनी के मैनेजर सतीश तत्वादि की हत्या भी पब के कारण हुई थी…दरअसल इस हत्याकांड को अंजाम देने वाली युवती मिली और उसके प्रेमी नंदकिशोर का आपस में आए दिन झगड़ा होता था…नंद किशोर एक इवेंट कंपनी में काम करता था…उसकी प्रेमिका मिली रात होते ही पब पहुंच जाती थी…उसकी पहचान यही सतीश से हो गई थी…इसकी जानकारी जब नंदकिशोर को लगी तो उसका मिली से विवाद हो गया…बाद में सतीश की दोनों ने मिलकर हत्या कर दी थी…विजय नगर पुलिस ने समय रहते इसी तरह की आपराधिक घटनाओ को रोकने के लिए अब इलाके के सभी पब व मॉल को नोटिस जारी कर तलब किया है…
*हाईकोर्ट ने कलेक्टर-एसएसपी से माँगा जवाब:*
याचिकाकर्ता मनदीप वर्मा ने सीनियर एडवोकेट सुधा श्रीवास्तव के माध्यम से हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। इसमें मुद्दा उठाया है कि नियमानुसार रात साढ़े 11 बजे बाद शराब बेची नहीं जा सकती, लेकिन शहर में जहां-तहां इस समय के बाद भी शराब मिल रही है। पबों को बंद करने का एक समय तय होने के बावजूद देर रात तक पार्टियां चलती रहती हैं। कानून है कि अवयस्क को शराब नहीं परोसी जा सकती, लेकिन इन पबों में किशोरों को खुलेआम शराब परोसी जा रही है।अन्य मादक पदार्थो की नशाखोरी भी यहाँ चल रही है…जिससे युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है… खुलेआम कानून के बनाए हुए नियमो की धज्जियां उड़ रही है…इन्हे रोकने के लिए जिम्मेदार पुलिस व प्रशासन कुछ नहीं कर रहा। सरकार की अनदेखी से एक पूरी पीढ़ी अंधेरे के गर्त में जा रही है। याचिका की सुनवाई जस्टिस एससी शर्मा और जस्टिस शैलेन्द्र शुक्ला की डबल बेंच में हुई। अदालत ने नोटिस जारी कर शासन से जवाब मांगा है।