डीएनयु टाईम्स , इंदौर
एक विचार श्री सूरज उपाध्याय की कलम से
राजा नही परिवार का मुखिया…. बचपन से सुनते आए और कई बार देखने को भी मिला। आपने – हमने हज़ारों बार बड़े बुजुर्गों से सुना है-“ कलेक्टर – एसपी ज़िले के राजा होते है, टीआई इलाक़े का राजा है । एक बार परिवार कोई आईएएस या आईपीएस बन जाए तो परिवार की सात पीढ़ी की दशा सुधर जाएगी । पर आज कोरोना की महामारी के दौर में पता चला कलेक्टर – एसपी और टीआई राजा नही परिवार के मुखिया होते है । ये लोग आज ख़ुद की ज़िंदगी जोखिम में डाल कर रात – दिन एक किए हुए इसलिए कि उनका परिवार मतलब हम सब लोग सुरक्षित रहे, स्वस्थ रहे । हमारे लिए सारे इंतज़ाम भोजन तक घर बैठे कर रहे है । हमारे लिए वो खुद के घर पत्नी और बच्चों से दूर है । मै आज दावे से कह दूँ कलेक्टर – एसपी राजा नही परिवार के मुखिया होते है , टीआई इलाक़े का राजा नही छोटे पापा ( अंकल) है । मै दावे से कह दूँ जल्द ही इंदौर से कोरोंना ख़त्म हो जाएगा । ये मेरी कल्पना नही है आईजी विवेक शर्मा , कमिश्नर आकाश त्रिपाठी , कलेक्टर मनीषसिंह , डीआईजी हरिनारायण मिश्रा , नगरनिगम आयुक्त आशीषसिंह और डॉक्टर जड़ियाँ की मेहनत और समर्पण है ।इन सभी को दिल से सलाम … मेरी तरह आप लोगों को भी लगा रह होगा राजा नही परिवार के मुखिया और आपके सेवक है ये – आपका सूरज उपाध्याय