इंदौर।
जमीन के जादूगरों का आलम ही कुछ ऐसा है कि उनके जाल में अच्छे से अच्छा व्यक्ति फंस जाता है। धोखेबाजों ने अपने जाल में एक किसान को ऐसा फसाया कि वह अब न्याय की गुहार के लिए दर दर भटक रहा है। एक कंपनी ने किसान से जमीन का सौदा किया और बयाना की राशि देकर असल दस्तावेज ले लिए । इधर बाकी पैसा किसान को दिया नहीं बल्कि बैक से 3.50 करोड का लोन लेकर गायब हो गया। अब बैक वसूली के लिए किसान पर दबाव बना रही है।
मामला कुछ यू है कि देपालपुर तहसील के ग्राम रंगवासा में मुकेश कलोता और रामसिंह कलोता किसान रहते है ओर उनकी 15 बीघा जमीन का इंदौर के मेसर्स समर्थ इन्फ्राबिल्ट के संजय द्विवेदी, नेहा शर्मा और अमीत द्विवेदी ने सौदा 4 करोड़ 76 लाख रुपए में किया था। किसान को सौदा करने के साथ ही 32 लाख रूपए के चेक भी दिए थे ओर कहा था कि 8 दिनों में बाकी पैसा दे देंगे। शेष 4 करोड़ 42 लाख रुपए देने के पहले किसान बंधुओं से असल दस्तावेज ले लिए थे।
इंदौर की कंपनी ने उक्त दस्तावेज लेने के बाद एमपीएफसी बैक से 3 करोड़ रुपए का लोन ले लिया जो ब्याज सहित 3.50 करोड़ रुपए हो गया है। बैक से लोन लेकर नही चुकाने पर बैक ने किसान की जमीन पर कब्जा करने की कार्रवाइ्र का ऐलान कर दिया है। बैक से जब लोन की बात सामने आई तो किसान ने इंदौर कलेक्टर कार्यालय पहुंंच कर गुहार लगाई की उसे उसका बकाया राशि का पैसा दिलाया जाए और बैक तथा हमारे साथ धोखाधडी करने वाले पर कार्रवाई की जाएं।
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