डीएनयु टाईम्स (जीतू पटेल, इंदौर)
फिर एक बार किसान मायूस हुवा साजिश ठगी एक और खंडेलवाल
जैन बंधुओं द्वारा फार्म बनाकर किसानों के साथ लाखों की धोखाधड़ी
कृषि उपज मंडी सांवेर कृषि उपज मंडी सचिव की लापरवाही से किसानों को आई परेशानी
इंदौर व्यापारी ने फिर लगाया लाखों का चूना आरटीजीएस के नाम पर किसानों को गुमराह किया जा रहा है प्रदेश सरकार का कहना है कि किसानों को दो लाख रुपये का नगद भुगतान पर कृषि उपज मंडी सांवेर में नगद भुगतान नही होने पर इंदौर जिले का एक वर्ष में किसानों का दूसरा मामला पता चलता है व्यापारी अब तो फरार हो चुका है ऐसा ही मामला सांवेर मंडी में भी हुआ किसानों का कहना है
मंडी व्यापारी अखिलेश जैन, विजय जैन और श्रीमती शोभा जैन के द्वारा फर्म विजय ट्रेडर्स महाकाली ट्रेडर्स एवं अंबिका ट्रेडर्स के नाम पर 25,30 किसानों के 3000000 लाख से ज्यादा रुपए आरटीजीएस के नाम से गबन कर ठग लिए गए एवं किसानों का कहना है कि व्यपारि घर बार छोड़कर फरार हैं जैन बंधुओं द्वारा किसानों से लाखों की फसल खरीदी गई परंतु पेमेंट के नाम पर गुमराह करते हुए 1 माह से अधिक समय बिता दिया गया और आज तीनों फर्मों के व्यापारी फरार हो चुके किसानों द्वारा मंडी सांवेर में हंगामा किया गया तब मंडी अमला ने खानापूर्ति करते हुए उसके गोदाम को सील कर दिया जहां धूल धकड़ के सिवा कुछ भी नहीं है बहुत सारे किसान ऐसे भी थे जो मंडी नहीं पहुंच पाए क्यो की किसानी कार्य का सीजन है व् खेत में किसानों को ज्यादा ध्यान देना पड़ता है वही भारतीय किसान एवं मजदूर सेना अ के प्रदेश अध्यक्ष बबलू जाधव के नेतृत्व में किसानों ने मंडी में हंगामा किया कि अगर समय रहते हुए भुगतान नहीं किया गया तो एक और खंडेलवाल नहीं छोड़ा जाएगा और मंडी बंद कर दी जाएगी आनन-फानन में मंडी प्रशासन द्वारा तीनों व्यापारियों के खिलाफ सांवेर थाने में शिकायत दर्ज करवा दी गई है और जांच के उपरांत एफ आई आर दर्ज कर दिया जाएगा आश्वासन दिया गया सांवेर कृषि उपज मंडी में पूर्व में भी किसान के पैसे की घटना घट हो चुकी है हामरे पर कृषि उपज मंडी सचिव लक्ष्मी नारयण पाटीदार ध्वारा कोई सख्त कार्य वही नही सचिव मोहदय कर देते है खाना पूर्ति पूर्व में जब् ऐसी घटना घटी थी तब भी बड़ी मुश्किल से व्यापारी के चक्कर लगाने पर किसान के पैसे आरटीजीएस किये थे यहां तक कि बैंक ने व्यापारी को किसान के बैंक अकाउंट की पर्शनल जानाकरी की डिटेल देदी थी भारतीय किसान एवं मजदूर सेना अ मांग करता है की ऐसे फर्जी व्यापारियों के ऊपर मंडी प्रशासन लगाम लगाकर रखें हर बार किसान को ठग लिया जाता है और प्रशासन खाना पूर्ति कर के गुमरहा कर देता है क्या व्यापारियों की जिम्मेदारी मंडी प्रशासन की नहीं है अगर कोई व्यापारी किसानों की रकम लेकर भागता है या फरार हो जाता है तो उसके लिए मंडी कर्मचारियों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए