*कोरोना से जंग के बीच इंदौर का पहला स्कूल जिसने माफ की बच्चों की तीन महीने की फीस*
*सभी बच्चों की फीस माफ् 200 परिवार को राहत झूम उठे पालक*
*इंदौर:-बाबा-9926010420*
कोरोना की वजह से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के परिवारों का आर्थिक संकट कम करने के लिए इंदौर के एक स्कूल ने अपने यहां पढ़ने वाले बच्चों की तीन महीने की फीस माफ कर दी है। स्कूल के इस कदम से उम्मीद है कि शहर के दूसरे स्कूल भी प्रोत्साहित होंगे और पालको को राहत देंगे।
शहर के खण्डवारोड लिम्बोदी क्षेत्र के एक स्कूल ने अपने छात्रों की तीन महीने की फीस माफ कर दी स्कूल प्रबंधन ने ऐसा लॉकडाउन की वजह से बच्चों के परिवारों को हुए आर्थिक नुकसान से उबारने के लिए किया स्कूल का कहना है कि इस तरह स्कूल ने फीस माफ की है। कोरोना के खिलाफ जंग में इंदौर के स्कूल प्रबंधन ने यह सराहनीय कदम उठाया है। प्रबंधन ने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की तीन महीने की फीस माफ कर दी। स्कूल की इस पहल से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता काफी खुश हैं और स्कूल प्रबंधन की तारीफ कर रहे हैं। इंदौर शहर के इस स्कूल में 200 से अधिक परिवारों के तकरीबन 245 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। स्कूल के इस अनोखे कदम से उम्मीद है कि दूसरे स्कूल भी प्रोत्साहित होंगे।
लिम्बोदी के *गुरुशरण पब्लिक स्कूल* के प्रबंधक *योगेश्वर सिंह रानू जुगनू भाई* कहते हैं, ‘पूरा देश कोविड-19 की जंग लड़ रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के राहत कोष में सभी पैसे भेज रहे हैं। लेकिन मैंने सोचा मैं वहां पैसा न भेजकर अपने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता को राहत दूं। इसलिए मैंने अपने स्कूल के बच्चों की तीन महीने की फीस माफ कर दी। इस तरह स्कूल प्रबंधन ने अपने स्कूली बच्चों की फीस माफ कर दी।’
*माता पिता के चेहरों पर आई मुस्कान*
इस फैसले से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता को बहुत राहत मिली है।
श्री संजीव गुप्ता, श्री समीर मालवीय, श्री नेपाल सिंह, श्री अजीत आहुजा जी और श्री ललित मालाकर के बच्चे इसे स्कूल में पढ़ते हैं उनका यह कहना है कि हमें स्कूल प्रबंधन ने बहुत राहत दी है। हम प्राइवेट जॉब और कुछ खुद का व्यवसाय करते हैं इस कोरोना काल मे हमें पैसों को लेकर काफी दिक्कतें थी इनकी फीस माफी से हमें बहुत राहत मिली है। अब हम लोग 3 महीने की फीस को जरूरत के कामों में लगा सकेंगे।