डीएनयु टाईम्स (धर्मेंद्र सोंनी,इंदौर)
इंदौर क्राइम ब्रांच ने मल्हारगंज थाने की पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये बड़े शहरों से प्रतिबंधित दवाइयों को बुलाकर उन्हें तीन गुना दाम में बेच देते थे। टीम ने इनके पास से 525 बोतल नशीली सायरप पड़की है। ये लोग भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर जैसे बड़े शहरों से ये दवाइयां मंगवाते थे।
क्राइम ब्रांच के अनुसार तस्करों द्वारा भोपाल, जबलपुर, आगरा, ग्वालियर आदि जगहों से प्रतिबंधित दवाई जैसे बी काम, एनआर एक्स, अल्प्राजोलम, नाइट्रावेट, कोरेक्स, डाॅ. रेडडी सायरप आदि खरीद कर इनकी तस्करी शहर की जा रही है। इन दवाइयो का सेवन आपराधिक तत्वों द्वारा नशे की लत को पूरा करने के लिए किया जाता है। इनका उपयोग कर अपराधी जघन्य तथा गंभीर श्रेणी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।पुलिस टीम को मुखबीर द्वारा सुचना मिली थी कि स्थानीय तस्करों द्वारा जबलपुर और भोपाल से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवाइयां बस से पार्सल के जरिए बुलाई जा रही है, जिसे वे नशेड़ियों तक पहुुंचा रहे हैं। इसी कड़ी में मुखबीर ने सूचना दी थी कि बाइक से दो लोग प्रतिबंधित दवाई की डिलीवरी देने जा रहे हैं। सूचना के बाद टीम ने घेराबंदी बाइक सवारों को पकड़कर उनकी तलाशी ली तो उसके पास दो बोरी में भरकर प्रतिबंधित सायरप मिली। पकडे गए आरोपियों से पूछताछ में इन्होंने अपना नाम शाहिद पिता अजीज निवासी स्टेट बैंक के पास देपालपुर और शरीफ पिता यूसुफ निवासी देपालपुर बताया। तलाशी में मिली बोरी से 525 बोतल सायरप बरामद हुई, जो नशीली और प्रतिबंधित थीआरोपी मोहम्मद शाहिद ने बताया कि वह खेती करता है और कपड़े की दुकान भी चलाता है। उसने 7वीं तक की पढ़ाई की है, उसके पिता मदरसे में पढ़ाते हैं। वह छह-सात साल से कोरेक्स का नशा कर रहा है। उसके कई परिचित भी नशा करते हैं,