डीएनयु टाईम्स (इंदौर)
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव की अध्यक्षता में टीएल बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कलेक्टर श्री जाटव ने सभी विभागीय अधिकारियों को टीएल, जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का 15 दिन में निराकरण के सख्त निर्देश दिये। प्रकरणों में विलंब करने वाले अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय की जायेगी।
जिले में दो अक्टूबर को व्यापक स्तर पर गांधी जयंती मनाई जायेगी। इस दिन गांधीजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। जिला प्रशासन द्वारा इस दिन मुख्य रूप से सुबह प्रभात फेरी का आयोजन किया जायेगा तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन एवं सभा आयोजित की जायेगी। कलेक्टर द्वारा जिले के समाजसेवी और स्वयं सेवी संगठनों से इस कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की है।
गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रमों की रूप-रेखा तैयार करने के लिये आज कलेक्टर कार्यालय में विभिन्न शासकीय विभागों के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में अपर कलेक्टर द्वय श्री अजय देव शर्मा तथा श्री बीबीएस तोमर मौजूद थे। बैठक में तय किया गया कि दो अक्टूबर को सुबह 7 बजे आरएनटी मार्ग स्थित हिन्दी साहित्य समिति भवन प्रागंण से प्रभात फेरी निकाली जायेगी। यह रैली नेहरू प्रतिमा, छोटी ग्वालटोली, सरदार पटेल प्रतिमा, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय भवन के सामने तथा गांधी प्रतिमा होते हुये रवीन्द्र नाट्य गृह परिसर में समाप्त होगी। इस अवसर पर रवीन्द्र नाट्य गृह में सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन एवं सभा भी आयोजित की जायेगी। इस अवसर पर महात्मा गांधी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित प्रदर्शनी भी लगेगी। कार्यक्रम में शहर के स्कूलों एवं कॉलेजों के विद्यार्थी, संस्कृतिकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता एवं अन्य नागरिक हिस्सा लेंगे। बैठक को अपर कलेक्टर श्रीमती नेहा मीना और अपर कलेक्टर श्री कैलाश वानखेड़े ने भी संबोधित किया। बैठक में अपर कलेक्टर श्री पवन जैन भी मौजूद थे।
बताया गया कि जिले में इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा। वर्ष भर चलने वाले कार्यक्रमों और गतिविधियों के आयोजन का सिलसिला शुरू होगा। गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर को बच्चों और युवाओं, विद्यालयों और महाविद्यालयों की भागीदारी के साथ गांधीजी के विचारों, आदर्शों और प्रेरणाओं पर आधारित चित्रकला, निबंध तथा भाषण प्रतियोगिता, गांधी क्विज, विचार, गोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, कुटीर उद्योग पर केंद्रित प्रदर्शनियों आदि का आयोजन भी किया जाएगा। इस कार्यक्रम में शहर के स्वयंसेवी संगठनों, समाजसेवी संगठनों, वरिष्ठ नागरिकों एवं सांस्कृतिक संस्थाओं को भी जोड़ा जाएगा।