*इंदौर:-बाबा यादव*
ऐतिहासिक इमारत गांधी हॉल की गलत एनओसी व नक्शा सामने आने के बाद नगर एवं ग्राम निवेश विभाग में हडक़ंप मच गया है। अब सारे शहर की भवनों की फाइलें खंगाली जाएगी, ताकि उनमें अनियमितताएं व लापरवाही मिलने पर स्थानांतरित अधिकारियों की कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी। विभागीय अधिकारी लेनदेन कर इस तरह के कृत्य कर देते हैं। बाद में फाइल खुलने पर मामला उजागर होता है।
विभाग के संयुक्त संचालक राजेश नगाल ने बताया कि ऐतिहासिक इमारतों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए एनओसी जारी करने के साथ नक्शा तैयार किया जाता है। नक्शे की जांच नहीं होने से कई बार मूल आकार के बदले उसमें परिवर्तन हो जाता है। नक्शा बनने के बाद न तो निगम उसे चेक करता है और न नगर एवं ग्राम निवेश। यही कारण है कि लंबे समय बाद फाइलों सामने आने पर गलत जानकारी मिलती है, जिससे विभाग की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह लगते हैं।
संयुक्त संचालक के पास धार और इंदौर जिले के प्रभार होने से वे आफिस में कम ही समय दे पाते हैं। उनके ऑफिस में कम बैठने का गलत फायदा यहाँ के अधिकारी और कर्मचारी उठाते हैं। ऑफिस में अंदर व बाहर दलालों का जमावड़ा लगा रहता है। भाजपा व कांग्रेस से जुड़े कार्यकर्ताओं की अधिकारियों से सांठगाठ भी उजागर हो चुकी है।
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