डीएनयु टाईम्स (बिरमपुरी गोस्वामी, राजगढ़)
ड्राइवर यूनियन के कही ड्राइवरों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय राजगढ़ पहुंचकर डस्टबिन में राहत राशि की मांग को लेकर डाले आवेदन
कोरोना काल में एक तरफ कहीं उद्योग धंधे से जुड़े लोग तो प्रभावित हुए ही हैं मजदूर वर्ग पर यह भी इसका गहरा प्रभाव पड़ा है।
लेकिन वाहन चालक भी अपना दर्द बयां करते देखे गए हैं जिला मुख्यालय राजगढ़ में बुधवार को ब्यावरा खिलचीपुर और जिले के अन्य हिस्सों से ड्राइवर कोरोना महामारी के चलते लाक डाउन के कारण उनकी भी कमर टुट चुकी है।
पूरी वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
दो महिने से ड्राइवर वर्ग घर मे ही लाकडाऊन मे घर मे ही समय गुजारा किये जाने का बताया।
वाहन चलाकर ही अपना भरण पोषण करते है। लेकिन इन दो महिने से इनके पास आय का कोई अन्य स्त्रोत नही होने के इनके द्वारा सरकार से ओर जिला प्रशासन से राहत राशी का जिक्र किया गया।
ड्राइवर वर्ग इसी उम्मीद से कलेक्ट्रेट कार्यालय राजगढ मे आवेदन लेकर पहुंचे फिलहाल इनकी उम्मीदो ओर आशाओं पर प्रशासन क्या कुछ करता है यह अभी कहना जरा मुश्किल है।
लेकिन ड्राइवर जिला मुख्यालय पर आवेदन ऐसे जमा करने पहुँचे जहा देखा गया कि प्रशासन ने इन्हे राहत राशी देने की बात कही हो।
अब प्रशासन इन्हें कितनी आर्थिक मदद करता है इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है लेकिन आज 2 दर्जन से अधिक ड्राइवर राजगढ़ पहुंचे थे जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट कार्यालय में तहसील कक्ष के सामने रखे डस्टबिन में अपने आवेदन डालें जा रहे हैं।
जब इस संबंध में जनसंपर्क विभाग से जानकारी लेना चाही तो वह भी इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं होना बताया
इस बारे मे कोई आदेश नही प्राप्त होना बताया।
वहीं जिला परिवहन अधिकारी एच .के.सिंह ने बताया कि अगर यहां आवेदन डाल रहे हैं तो डालने दीजिए इसमें क्या गलत है लेकिन राहत राशि के बारे में अभी भी मेरे संज्ञान में इस बारे कोई निर्देश प्राप्त नही हुआ है। ओर यह मेरे संज्ञान मे भी नही है।
अब सवाल यह खड़ा होता है कि सरकार और जिला प्रशासन ने भी ड्राइवरों के राहत के लिए कोई अधिकृत घोषणा नहीं की है तो फिर यहां सिर्फ अपनी पीड़ा ही प्रशासन को आवेदन के माध्यम से प्रशासन से राहत राशि की मांग की जा रही हो।
इनका कहना
2 महीने से घर पर ही बैठे हैं कोई इनकम नहीं आई है ऐसे में प्रशासन से राहत राशि को लेकर मांग की गई और कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर डस्टबिन में आवेदन डाले गए