डीएनयु टाइम्स (पटना)
संजय बाबा यादव
पटना शेल्टर होम में 10 अगस्त को ही हुई थी युवतियों की मौत, 12 को पहुंचाया अस्पतालदोनों युवतियों की मौत दस अगस्त को ही हुई थी, लेकिन इस घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी गई थी. उन्हें पटना के सरकारी अस्पताल में बाद में भर्ती कराया गया था.
राजधानी पटना के शेल्टर होम आसरा में दो युवतियों की मौत के मामले में बड़ा सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पीएमसीएच प्रशासन का दावा है कि जिस वक्त युवतियों को इलाज के लिये अस्पताल में लाया गया था, दोनों की मौत हो चुकी थी. युवतियों की संदेहास्पद मौत के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है.
इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. दोनों से पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि और एसएसपी मनु महाराज पूछताछ कर रहे हैं.
शेल्टर होम में दो युवतियों की मौत के मामले में न्यूज 18 को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक 10 अगस्त की रात को ही दोनों की मौत हुई थी. एक युवती की मौत 9 बजकर 26 मिनट और दूसरे की मौत 9 बजकर 35 मिनट में हुई थी. दोनों की मौत होने के बाद शेल्टर होम की स्टाफ बेबी कुमारी सिंह उन्हें अस्पताल लेकर गई थी.
शेल्टर होम में हुई दो युवतियों की मौत के बाद समाज कल्याण विभाग की टीम भी आसरा पहुंची है और फिलहाल मामले की जांच कर रही है. विभाग के अधिकारी कई बिंदुओं पर कर मामले की छानबीन कर रही है.
पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन ने न्यूज़ 18 को युवतियों की मौत अस्पताल आने से पहले होने की जानकारी दी है. अस्पताल प्रबंधन के इस दावे के बाद माना जा रहा है कि दोनों युवतियों की मौत शेल्टर होम में ही हुई थी और मामले की लीपापोती करने के मकसद से ही उन्हें पीएमसीएच में भर्ती करा दिया गया.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड की घटना के बाद बिहार के शेल्टर होम्स की बदहाली के मामले लगातार सामने आ रहे थे. इसी बीच राजधानी पटना के राजीव नगर इलाके के इस शेल्टर होम की भी खामी सामने आयी थी. दो दिन पहले ही बीते शुक्रवार को यहां से लड़कियों ने भागने की कोशिश की लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया.
इस घटना के दो दिन बाद उसी शेल्टर होम की दो लड़कियों की मौत की खबर आई है. दोनों युवतियों की मौत शुक्रवार शाम को ही हुई थी, लेकिन इस घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी गई थी. इस मौत के बाद पटना का आसरा शेल्टर होम फिर से विवादों में आ गया है.
फिलहाल दोनों युवतियों की मौत के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने नहीं आ सकी है. इस मामले में किसी सरकारी अधिकारी का पक्ष भी अब तक नहीं मिल सका है. जिस शेल्टर होम में ये मौत हुई है उसका संचालन एक एनजीओ करता है, जो बिहार के समाज कल्याण विभाग के अधीन आता