*नर्मदा घाटी से आये हुए सरदार सरोवर प्रभावित लोगों ने छंटे दिन समाप्त किया धरना सत्याग्रह*
*बहुत सी मांगों को एन.वी.डी.ए अधिकारीयों ने लिखित रूप में दिया*
*संजय यादव (बाबा)*
• नर्मदा घाटी विकास विभाग मंत्री सुरेंद्र सिह बघेल, सचिव गोपाल रेड्डी जी, आयुक्त पवन कुमार शर्मा जी, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण मौजूद थे
पिछले पांच दिनों में भोपाल में नर्मदा भवन के सामने जो नर्मदा घाटी के सरदार सरोवर प्रभावित, जोबट प्रभावित और सेंचुरी कंपनी के श्रमिक, उनके प्रतिनिधियों का जो धरना सत्याग्रह बहुत ही जोर शोर से चल रहा था, उसको आज समाप्त करने का निर्णय सभी की सहमिति से लिया गया | समाप्त करने के पहले नर्मदा घाटी विकास मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेलजी की अध्यक्षता में अतिरिक्त मुख्य सचीव, आयुक्त एन.वी.डी.ए, एन.वी.डी.ए के तमाम अधिकारी और घाटी के बहुत सारे प्रतिनिधियों का समूह मिलकर प्रदीर्घ बातचीत करीबन 3 घंटे चली | और उसमे यह तय हुआ की जो किसानों की नुक्सान हुई है टापू बनके या ज़मीन डूबके, उसकी भरपाई आर.बी.सी के तहत बीमा कंपनियों से भरपाई दिलाई जाएगी और वो भी 15 दिन में पहली आर.बी.सी की राहत भरपाई की शुरुआत होगी | यह भी तय हुआ की बोटें चालू होगी, फण्ड कल ट्रांसफर हो गए हैं कलेक्टर को, नाविकों को उनका वेतन दिया जाएगा और चारा की व्यवस्था मवेशियों के लिए पशुपालन विभाग और कलेक्टर मिलकर करेंगे किसी भी मत से | हम लोगों का निर्धार है की अगर धोरों को मौत के कागार पर धकेला जाता है तो उन्हें रास्ते पर आने या लाने के सिवाय कोई और रास्ता नहीं रहेगा | पुनर्वास स्थलों पर जो सुविधाएं नहीं है, उन सुविधाओं के लिए हमने कहा है और उन्होंने आश्वासित किया है की आप जहाँ भी जो कमियाँ बताएंगे , वहां हम कार्य जल्दी से जल्दी आगे बढ़ाएंगे | और जो पात्र अपात्रता के आधार पर घर प्लाट या घर के लिए अनुदान देना बाकी है, उसके कुछ हज़ार आवेदनों का अब उनकी दृष्टि से निराकरण होकर पात्र अपात्रों की सूची बनी है तो पात्रों को वो 30 नवंबर जो लाभ मिलना है वो दे देंगे |
हमारा आग्रह था की 30 नवम्बर तक या उसके आगे 7 या 10 दिसंबर मानव दिवस तक कम से कम टिन शेडों में भोजन चालू रखा जाए, बहुत बहस के बावजूद मंत्री महोदय और अधिकारियों ने मंजूर नहीं करा। उनका कहना है कि बहुत सारे अपात्र लोग टिन शेड में है, हम उनको वंचित भी नहीं रख सके और सबको भोजन भी नहीं दे सके तो हम लोगों ने आज भोपाल के भी युवा साथी और किसानों ने मिलकर निर्णय लिया है कि हम लोग एक भोजन फंड जैसा इकठ्ठा करे जिसमें अनाज अधिकतर लिया जाएगा घाटी से और उसका बहुत सारा रिकॉर्ड व्यवस्थित रखा जाएगा और जो सही में बहुत जरूरतमंद है उन तक राशन का पहुंचना हो जाएगा अर्थात राईट टू फूड के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत पीडीएस तो चालू रहना ही है कई टिन शेड्स से 15 किलोमीटर दूर राशन दुकान है तो वो जो दिक्कतें है उसके बारे में हमारे कार्यकर्ता और जो इंटर्न आए हैं वो मिलकर एक एक टिन शेड में जाकर सब्सिडी समझेंगे और जो उपाय करना है हो करेंगे चाहे वो अधिकारियों से करवाना हो चाहे वो समाज की तरफ से हो। आज बहुत बातें मंजूर हुई हैं जैसे की ब्रिज और रास्ते बनाने के प्लांस बनेंगे जिसपर हम टिपडि देंगे । पर खासकर के लॉ मिनिस्ट्री में भी जो विषय पेंडिंग है उसकी 10 दिन में उर्तता करने का तय हुए है । अगर हमें मंजूर नहीं होंगे उनके निर्णय तो हमे आगे कदम उठाने पड़ेंगे । राज्य स्तरीय समिति की बात भी उन्होने मंत्री परिषद पर छोड़ी है पर ना मंजूर नहीं की है । तो ऐसे बहुत सारे मुद्दों के बावजूद आज स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे मुद्दों पर भी बहुत कार्यवाही ज़रूरी है। अलग अलग संगठनों, समर्थकों से और संस्थाओं से भी हम ऐलान करते हैं कि एक एक विषय पर कार्य करने वाले लोग कुछ समय के लिए वहां रहेंगे तो वो उस विषय को लेकर आगे बढ़ेंगे क्यूंकि जैसे नर्मदा घाटी प्राधिकरण बहुत कार्य भार से दबे हुए हैं। हम भी उसी रूप से दबे कुचले है और साधनहीन भी है |
तो यह होने के बाद कमल नाथ जी मुख्यमंत्री आज उपलब्ध नहीं थे और सेंचुरी के मुद्दों पर चर्चा के लिए परसो श्रममंत्री समय देकर मीटिँग करने वाले हैं | मछुआरे, केवटों की मीटिंग, प्रमुख सचिव मतस्य विभाग से और अतिरिक्त मुख्य सचिव से होने वाली है | तो वो बातें प्रलंबित हो रखी है | कुम्हारों को आश्वासित किया गया है की एक पूरा भूमि का एक हिस्सा उपलब्ध करना और ऐसे बहुत सारे मुद्दों पर जो आदेश निकले हैं जैसे लेवल्स की जांच के और बहुत सारे मुद्दों पर मिनट्स होकर अधिकारीयों के हस्ताक्षर से हमारे हाथ में दिए गए है | फॉलो अप तोह करना ही पड़ेगा, उसके सिवा कोई रास्ता नहीं है पर हम कई कदम इस भोपाल के मुद्दे पर आगे आएं हैं इसलिए हम मध्य प्रदेश शासन, पुलिस प्रशासन, मध्य प्रदेश का भोपाल नगर निगम और मध्य प्रदेश के कई सारे युवा, शिक्षक, संगठन और समर्थक उन्होंने जो साथ दी, जो जन सुनवाई में मान्यवर शामिल हुए इन सब के हम आभारी हैं।
और जोर शोर से नारो और गीतों के साथ धरने की पुर्तता हुई जब सुरेन्द्र सिंह बघेल जी ने भी लोगो को ऐड्रेस करते हुए आश्वसित किया और आयुक्त पवन कुमार शर्मा जी ने भी। राजेन्द्र कोठारी जी पूरी चर्चा में और उसके बाद धरना वापस लेते समय हाज़िर थे, उन्होने ये भी आश्वासन दिया है कि भोपाल के समर्थकों की तरफ से आने वाले मीटिंग में भी शरीक होंगे। राकेश दीवान हो, रोली शिवारे हो, शैलेन्द्र शैली हो, सरोज बादल हो, सत्यम भाई हो एस यू सी आई के साथी हो, मुस्कान के साथी हो, ये सभी ने जो साथ संयोग दिया है और माखन लाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के लिए भी आंदोलन ने धन्यवाद दिया है।
लक्ष्मीनारायण पाटीदार, राहुल यादव,कैलाश यादव, पवन यादव, मेधा पाटकर