डीएनयु टाईम्स (धर्मेंद्र सोनी, इंदौर)
एक पुलिस अधीक्षक ऐसे भी जिन्होंने थाना प्रभारी के इलाज के लिए अपने एटीएम से दिए 32 हजार रुपये
रोजाना पूछते हैं उपचाररत प्रत्येक पुलिसकर्मी का हाल
कोविड-19 से ग्रसित थाना प्रभारी के इलाज वास्ते मंहगे इंजेक्शन को क्रय करने के लिये पैसा एकत्रित कर रहे थे पुलिसकर्मी। पुलिस अधीक्षक को भनक लगते ही उन्होंनें स्वयं के एटीएम से रूपये निकालकर उपलब्ध कराये इंजेक्शन।
मामला दरअसल इंदौर शहर का है, यहां जूनी इंदौर थाना प्रभारी श्री देवेन्द्र कुमार COVID-19 से ग्रसित हैं तथा वर्तमान में अरविन्दों अस्पताल में भर्ती होकर ईलाजरत् हैं जिनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
श्री देवेंद्र कुमार के इलाज के दौरान डाक्टर्स की टीम को एक इंजेक्शन की आवश्यकता हुई जिसकी बाज़ार कीमत 50 हजार रुपये थी। थाना स्टॉफ इंजेक्शन को क्रय करने हेतु चिंतित था अतः वह परस्पर पैसे एकत्रित करने का विचार बना रहे थे, तत्समय पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री महेश चन्द्र जैन भ्रमण करते हुये थाना परिसर पँहुचे जिन्हें इंजेक्शन क्रय किये जाने हेतु स्टॉफ द्वारा पैसे एकत्रित करने की भनक लगी।
उन्होंनें तुरंत अपने एटीएम कार्ड के जरियेएटीएम मशीन से पैसे निकालकर इंजेक्शन क्रय करने वास्ते निर्देशित किया।
डीलर पर चर्चा करने पर वह लागत कीमत 32 हजार रूपये में इंजेक्शन देने को तैयार हो गया। चॅूकि दवा बाजार में उक्त इंजेक्शन की मांग अधिक होने से उपलब्धता कम है अतः श्री जैन ने भविष्य में इसकी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये दो इंजेक्शन क्रय करवा लिये तथा एक इंजेक्शन तत्काल अरविन्दों अस्पताल में डाक्टर्स की टीम के पास भेज दिया जिसका उपयोग वहाँ इलाजरत श्री देवेन्द्र कुमार के लिए किया जाना था।
श्री जैन अस्पताल में भर्ती प्रत्येक पुलिसकर्मी से दिन में दो से तीन बार कॉल से बात कर उनका स्वास्थ्य संबंधी हालचाल जान रहे हैं। श्री जैन ने सभी पुलिस जवानों को भरोसा दिलाया कि किसी भी विषम परिस्थिति में पुलिस विभाग सदैव उनके साथ खड़ा है। शहर के अनेक वरिष्ठ जनों के इलाज और दवा-गोली की व्यवस्था भी वे करते हैं। यही नहीं पुलिस अधीक्षक श्री जैन की मित्र मंडली उनके नेतृत्व में रोजाना लगभग पाँच हजार लोगों के खाने की व्यवस्था भी करवा रही है।