इंदौर।
परिवारिक विवाद के चलते बेटे ने अपने बुर्जूग पिता की गर्दन दबोच दी और मारपीट कर हंगामा मचाया। बीच बचाव करने आए परिवार के अन्य सदस्यों को भी उत्पाती बेटे ने पिट डाला। बेटे की इस हरकत से नाराज पिता जब पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा तो वहां पर तैनात पुलिस कर्मियों ने वृद्व को थाने बैठाया इसके बाद बेटे को भी थाने पकड कर लाए। दिन भर बैठाने के बाद शाम को बुर्जुग के कपडे उतरवाए और हवालात में डाल दिया।
जी हॉ यह किस्सा किसी फिल्म का नहीं है बल्कि हकीकत का है। यह इंदौर जिले के खुडैल थाना क्षेत्र का है। इस थाना क्षेत्र के मुण्डला दोस्तदार में रहने वाले गोपाल कुशवाह से उसके बेटे माधूसिंह ने मामूली बात पर मारपीट की तो ग्रामीणों ने बीच बचाव करके उन्हे छुडाया। घटना के बाद जब वे अपने उत्पाती बेटे की शिकायत करने पुलिस थाना कम्पेल चौकी पहुंचे तो वहां पर जो सिटीजन के साथ पुलिस का व्यवहार होना चाहिए था वह नहीं किया गया बल्कि बुर्जूग को एक कोने में बैठा दिया।
पुलिस ने गोपाल की बात सुनने के बाद सीधे उसके घर पहुंची और बेटे माधुसिंह और दो तीन अन्य लोगों को भी थाने पर ले आएं। चौकी पर परिवार के सभी सदस्यों को बुर्जूग के साथ शाम तक बाहर बैठाए रखा और शाम होते ही बुर्जूग के कपडे उतराकर हवालात में डाल दिया । इसके बाद पुलिस ने अपना वसूली का खेल शुरू किया। सभी को खूब डराया धमकाया और राजीनामा करने के लिए तैयार किया।
बुर्जूग ने जब राजीनामा करने के लिए हामी भर ली तो उन्हे हवालात से बाहर निकाला और उनके बेटे को भी लाकअप से निकाला। पुलिस ने दोनों से अलग अलग माडवली की तथा 3-3 हजार रुपए लेकर राजीनामा लिखवाया तथा रात नौ बजे इस शर्त पर छोड़ा कि दोबारा विवाद किया तो जेल जाओगे। पुलिस की इस कार्रवाई से आहत बुर्जूग कलेक्टर कार्यालय पहुंंचा और वहां पर एडवोकेट महेश जायसवाल के माध्यम से एक शिकायत तैयार करवा कर डीआईजी, कलेक्टर और मुख्यमंत्री के नाम उनके कार्यालयों को भेजा है। इधर बुर्जूग ने पूरी घटना की सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की है।