*“बाघ गुफाओं की भित्ती चित्रकला एवं वर्तमान में संरक्षण की चुनातियां“ विषय पर एक वेबीनार आयोजित किया गया*
*एक भारत श्रेष्ठ भारत*
धार। महाराजा भोज शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय धार के चित्रण एवं चित्रकला विभाग एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में एक भारत श्रेष्ठ भारत योजना, विश्व बैंक परियोजना एंव गुणवत्ता उन्नयन कार्यक्रम के अंतर्गत “बाघ गुफाओं की भित्ती चित्रकला एवं वर्तमान में संरक्षण की चुनातियां“ विषय पर एक वेबीनार आयोजित किया गया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदरणीय डाॅ सुरेश टी सिलावट, अतिरिक्त संचालक, इंदौर संभाग थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डाॅ एचएल फुलवरे द्वारा किया गया। उन्होनें बाघ गुफाओं की संक्षिप्त रुप से सारगर्भित जानकारी दी। प्रशासनीक अधिकारी डाॅ इंजू खान ने बताया कि यह जानकारी किस प्रकार से उपयोगी रहेगी।
मुख्य वक्ता डाॅ. संध्या बडवेल्कर सहायक पुरातत्वविद, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग भोपाल मंडल थी। इन्होनें गुफाओं के इतिहास भित्तीचित्र निर्मार्ण एवं उनके संरक्षण में आई चुनौतियों व किये गए कार्य पर पीपीटी के माध्यम से विस्तार से सारगर्भित जानकारी दी।
चित्रकला विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ साधना चैहान ने अपने उद्बोधन में बाग गुफाओं के इतिहास एंव चित्रकला पर संक्षिप्त जानकारी के साथ कार्यक्रम की भूमिका तैयार की। कार्यक्रम का संचालन डाॅ नम्रता खुराना द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सुचारु वेब कास्टिंग का कार्य प्रो सागर सेन एवं प्रो प्रदीप बैरागी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डाॅ. केएस सिसोदिया, डाॅ.लालसिंह निंगवाल, डाॅ. बीडी श्रीवास्तव, डाॅ. गजेन्द्र उज्जैनकर, डाॅ. सुनील पाठक, डाॅ. प्रतीक्षा पाठक, डाॅ. के एस चैहान, डाॅ. डीएस वास्केल, डाॅ. एनएस सोलंकी, डाॅ. जितेन्द्र पटेल आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम संचालन हेतु बैठक व्यवस्था हतु वर्चुअल कक्ष के प्रभारी एनएस डावर एवं लक्ष्मण कटारे का सराहनीय सहयोग रहा।
कार्यक्रम के अंत में प्रो आनंद रणदिवे द्वारा सभी का आभार प्रकट किया गया।
प्राचार्य
महाराजा भोज शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, धार (म.प्र.)