*इंदौर:-बाबा यादव*
डीपीएस स्कूल बस हादसे के बाद गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट पर जो अनुशंसा की गई थी उसके आधार पर बायपास पर बिग मिरर लगाए गए है जिसका परिणाम अब सामने आने लगा है। हाल ही में लगाए गए बिग मिरर के कारण अन्डरपास पर होने वाली दुर्घटनाओं और वाहनों की गुत्थमगुत्था खत्म सी हो गई है।
बासपास पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में डीपीएस स्कूृल बस का हादसा सबसे ज्यादा चर्चित ओर बडा था। इस हादसे के बाद सरकार को भी गम्भीर होना पड़ा था। बायपास के निर्माण पर भी कई सवाल उठे थे। इधर हादसे के बाद प्रशासन की ओर से एक मजिस्ट्रियल जांच बैठाई गई थी। इस कमेटी को हादसों के रोकथाम की भी जिम्मेदारी सौपी गई थी। जांच की प्रमुख रही तत्कालीन अपर कलेक्टर रूचिका चौहान ने अपनी रिपोर्ट में सुझाव दिया था कि हादसों को रोकने के लिए बिग मिरर को लगाया जाए तो हादसे में कमी हो सकती है।
पूर्व अपर कलेक्टर रूचिका चौहान वर्तमान में रतलाम कलेक्टर की अनुशंसा पर एनएचएआई के एरिया मैनेजर गुप ने भी सहमति जताई थी। जांच रिपोर्ट के बाद अब मांगलिया से राऊ के बीच बायपास के सभी अंडरपास पर 22 बिग मिरर लगाए जा चुके हैं। इन बिग मिरर को लगाने के बाद अब हादसों की शिकायते सामने नहीं आरही है यहीनहीं अन्डर बायपास पर अक्सर वाहनों के गुत्थमगुत्था होने के प्रकरण सामने आते थे वे अब नहीं है। बायपास के अन्डर पास अब लगभग खाली नजर आते है। 22 अन्डरपास पास पर जो बिग मिरर लगाए गए है उनकी कीमत 2.20 हजार रुपए है यानि एक मिरर की कीमत 10 हजार रुपए है।
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