डीएनयु टाईम्स (धर्मेंद्र सोनी, इंदौर)
जोनल अधिकारियों द्वारा कल से गरीब बस्तियों में बांटे जाएंगे भोजन के पैकेट
धर्मगुरुओं के साथ कलेक्टर श्री सिंह की बैठक सम्पन्न
इंदौर 30 मार्च, 2020
कलेक्टर श्री मनीष सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में इंदौर के सभी धर्मों के धर्माचार्यों की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी दुनिया परेशान है। सतर्कता ही बचाव है। हम सब मिलकर इस महामारी का मुकाबला करें। समाज के सभी वर्ग के लोग महामारी कोविड-19 का मुकाबला एकजुट होकर करें, तभी हम इस पर विजय प्राप्त कर सकेंगे। निश्चित रूप से जनता को थोड़ी सी असुविधा हो रही है, मगर इसके दूरगामी परिणाम अच्छे होंगे।
उन्होंने कहा कि विश्व में सबसे घनी आबादी भारत में है। यहां पर इस बीमारी के फैलने की संभावना है। अचानक तालाबंदी से हम इसके चैनल को तोड़ सकते हैं। भारत में गर्मी अधिक पड़ती है, जिसके कारण अन्य देशों की तुलना में यहां पर कम प्रभाव दिखायी देगा। फेफड़ों से संबंधित बीमारी यहां पर पहले भी होती रही है। अन्य देशों की तुलना में भारतीय लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कहीं अधिक है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस के पीड़ितों के लिये पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। अब अरविन्दो अस्पताल में भी इसका इलाज हो सकेगा। जाँच उपरान्त पॉजीटिव पाये जाने पर ही मरीज का इलाज किया जायेगा। फिलहाल बैंक, दूध प्रदाय, सब्जी प्रदाय और किराना की दुकानें बंद हैं। कल से नगर निगम के जोनल अधिकारियों द्वारा नगर में गरीब बस्तियों में लगभग आठ हजार भोजन के पैकेट प्रतिदिन वितरित किये जाएंगे। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। किसी भी व्यक्ति को खाद्यान्न, परिवहन या किसी अन्य प्रकार की कोई परेशानी होगी तो जिला प्रशासन द्वारा तुरंत सहायता मुहैया करायी जायेगी। जिला प्रशासन गरीबों को मुफ्त राशन प्रदान करने के लिये भी विचार कर रहा है। कानून और व्यवस्था बनाये रखने में राजस्व और पुलिस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। संदिग्ध व्यक्तियों को होटलों, अस्पताल, छात्रावास या मैरिज गार्डेन में 14 दिन का कोरेंटाइन में रखा जायेगा। इस बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। यह बीमारी किडनी, डायबिटिज और लीवर के रोगियों पर जल्दी चपेट में ले लेती है।
इस अवसर पर डीआईजी श्री हरिनारायणचारी मिश्र ने कहा कि विश्व महामारी कोविड-19 का हम सब मिलकर मुकाबला करेंगे। जाँच, खोज और इलाज के जरिये इस बीमारी पर हम काबू पा सकेंगे। यह बीमारी लाइलाज नहीं है। यह फेफड़े से संबंधित बीमारी है। यह बीमारी नाक और मुंह से संक्रमित होती है। मुंह और नाक को ढक कर रखना है। 1918 में स्पेनिस फ्लू के कारण इस तरह की बीमारी विश्व में फैली थी। इस बीमारी से आज दुनिया के 199 देश प्रभावित हैं। दक्षिण अफ्रिका ने सतर्कता बरती, वहां पर इस बीमारी का असर सबसे कम है। इटली ने थोड़ी सी लापरवाही बरती, वहां पर यह बीमारी अब महामारी का रूप ले चुकी है। इस महामारी को दूसरे चरण में ही रोकने के लिये बंद का आह्वान जरूरी है। इस बंद के अभियान में धर्मगुरुओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। वे सोशल मीडिया के जरिये जनता को समझायें कि वे सतर्क रहें और घर के अंदर रहें। कुछ दिनों में स्थिति सामान्य हो जायेगी। आम आदमियों से अपील है कि वे इस बंद के दौरान जिला प्रशासन का सहयोग करें। कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का मनोरमा राजे क्षय चिकित्सालय, अरविन्दो हॉस्पिटल और बाम्बे हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। कुछ मरीज ठीक भी हुए हैं। जिला प्रशासन समय-समय पर हर वर्ग के लोगों की बैठक बुलायेगा और उन्हें विश्वास में लेकर कोई कदम उठाया जायेगा। आशा है कि इस बंद के दौरान धर्मगुरु जिला प्रशासन का सहयोग करेंगे। जनता से हमारी अपील है कि वे एक जगह इकट्ठे न हों। व्यक्ति से व्यक्ति की तीन फीट से अधिक की दूरी बनाये रखें। मास्क और सैनेटाइजर का उपयोग करें तथा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी अन्य मानकों का कड़ाई से पालन करें। बंद से कोरोना के खिलाफ चल रहे अभियान में हम निश्चित रूप से सफल होंगे और हमारे कदम मजबूत होंगे। कोरोना वायरस के दुष्चक्र को हम सब मिलकर तोड़ सकेंगे।
इस अवसर पर बैठक में शहरकाजी डॉ. इशरत अली, खजराना गणेश मंदिर के पुजारी पं. अशोक भट्ट, मुफ्ते मालवा मोहम्म्द नूरी, श्री शाबिर अली, श्री अहमद यार खान, श्री अनवर कादरी, श्री बदु जागीरदार, फादर एन्टॉनी, महामण्डलेश्वर दादू महाराज, विशप मनोज चरण, विशप चाको, श्री सुरेश काल्टन, श्री मंजीत सिंह भाटिया आदि मौजूद थे। धर्मगुरुओं ने इस अवसर पर नगर में दूध, फल, सब्जी, राशन की दुकान के संबंध में अमूल्य सुझाव दिये।