डीएनयु टाईम्स (ब्यूरो रिपोर्ट)
इंदौर 26 सितम्बर. वर्तमान में बड़ी संख्या में महिलायें और किशोरी
बालिकायें हीमोग्लोबिन की कमी अर्थात एनीमिया से ग्रसित हैं. यदि संतुलित भोजन के तहत तिरंगा थाली अर्थात तीनों रंगों केसरिया, सफेद और हरे रंगे के खाद्य पदार्थ, फल और सब्जियां शामिल करें तो एनीमिया से जल्द निजात मिल सकती है. पोषण माह के तहत महिला और बाल विकास विभाग और क्षेत्रीय लोक
सम्पर्क ब्यूरो द्वारा ग्राम पंचायत रालामंडल में आयोजित पोषाहार प्रदर्शनी और जनसंवाद में विशेषज्ञों ने महिलाओं और किशोरी बालिकाओं से कहा कि पोषाहार ही स्वास्थ्य का आधार है. संतुलित भोजन से स्वास्थ्य ठीक रहता है इसलिये स्वस्थ रहना है तो सबसे ज्यादा पोषाहार के साथ व्यायाम,प्राणायाम और ध्यान को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करें. इससे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे. कार्यक्रम में जनपद सदस्य श्री विजेंद्र पटेल, बाल विकास परियोजना आधिकारी श्री महेश मौर्य, स्वास्थ्य विभाग के श्री जयप्रकाश पटेल और पर्यवेक्षक द्वय श्रीमती राधा यादव और श्रीमती नेहा निगम विशेष रूप से मौजूद थीं.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनपद सदस्य श्री पटेल ने कहा कि किशोरी बालिकाओं और महिलाओं में एनीमिया और बच्चों में कुपोषण की समस्या का एकमात्र ईलाज संतुलित भोजन अर्थात पोषाहार ही है. पोषाहार प्रदर्शनी में सभी खाद्य पदार्थ प्रदर्शित किये गये हैं जिनसे हम स्वस्थ रह सकते हैं और ये सभी वस्तुयें या तो हमारे घर में ही उपलब्ध हैं या आसानी से बाजार से
प्राप्त हो जाती हैं. श्री महेश मौर्य ने बताया कि पोषाहार के प्रति
जागरूकता के लिये पोषण माह के दौरान अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं ताकि अधिकाधिक लक्षित समूहों को जानकारी दी जा सके. अतिथियों ने पोषाहार प्रदर्शनी में प्रदर्शित करने और कुर्सी दौड़ के विजेता महिलाओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित भी किया. कार्यक्रम के पश्चात विभाग की
पर्यवेक्षक और आंगनवाड़ी कर्यकर्ताओं ने साप्ताहिक बाजार में जाकर लोगों