*महू से भोपाल तक चयनित सहायक प्राध्यापक निकालेंगे तिरंगा ले कर पैदल मार्च*
*सामूहिक रूप से सोई सरकार को कुम्भकर्णी निंद से जगाने के लिए शिक्षा मंत्री पटवारी की विधानसभा क्षेत्र में मुण्डन भी कराएंगे*
*संजय यादव बाबा-9926010420*
*इंदौर:-* मध्यप्रदेश में लाखो लोगो को रोजगार देने का वादा करके आई कमल नाथ सरकार केवल कोरे आश्वासन दे रही है। दो वर्षों से धर बैठे 2700 से ज्यादा mppsc से चयनित असिस्टेंट प्रोफ़ेसरो को नियुक्ति नही दी जा रही है ।और उच्च शिक्षा मंत्री जीतु पटवारी केवल उच्च शिक्षा को सुधारने का आश्वासन ही दे रहे है। लेकिन वास्तविकता अलग है। जबकि प्रदेश के नौजवानों को बड़ी संख्या में रोजगार देने का वादा करके सत्ता में आई कमलनाथ सरकार से प्रदेश के नौजवानों का विश्वास अब उठता नजर आ रहा है l रोजगार न मिलने से कमलनाथ सरकार से हताश हो चुके प्रदेश के नौजवानों का इस सरकार से मोहभंग हो चुका है l इन नौजवानों का कहना है छिंदवाड़ा मॉडल के तहत रोजगार का सपना दिखाने वाली कांग्रेस सरकार अब तक दस नौजवानों को भी नौकरी नहीं दें पाई है l सरकार बनने को लगभग 1 वर्ष बीत चुका है पर रोजगार देने के मामले में सरकार फिसड्डी साबित हुई है, जहां प्राइवेट सेक्टर में रोजगारों का सृजन नहीं हो पा रहा है वहीं सरकारी महकमों का भी बुरा हाल है l कोई नई वैकेंसी नहीं आ पा रही है, युवाओं का आरोप है कि चुनाव पूर्व से ही स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती के लिए उच्च एवं माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है किन्तु अभी तक किसी परिणाम पर नहीं पहुंच पाई है जबकि परीक्षा संपन्न होकर उसका रिजल्ट भी आ चुका है पर यह सरकार युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है,l इसी तरह उच्च शिक्षा विभाग में खाली पड़े 450 शासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफसर, लाइब्रेरियन एवं स्पोर्ट्स ऑफिसर के लिए 2 साल से ज्यादा समय से मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चल रही भर्ती प्रक्रिया अभी तक अटकी हुई है l वर्तमान में प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में नियमित असिस्टेंट प्रोफेसर के 5500 से भी अधिक पद रिक्त है। ऐसे में इन संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र किस प्रकार शिक्षा प्राप्त कर रहे होंगे इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है। ज्ञात हो कि एमपी पीएससी इन 2700 से अधिक सहायक प्राध्यापकों, लाइब्रेरियन, स्पोर्ट्स ऑफिसर का चयन कर चुकी है, इनका सत्यापन एवं चॉइस फिलिंग की प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी है किंतु फिर भी उच्च शिक्षा विभाग इन उच्च शिक्षित नौजवानों की पदस्थापना करने में विफल रहा है, इस परीक्षा में बड़ी संख्या में चयनित युवा समाज के कमजोर तबकों से आने वाले वे लोग हैं, जिन्होंने कमलनाथ सरकार से बड़ी उम्मीद लगा रखी थी पर अब सरकार से उनका भरोसा उठता जा रहा है l 1 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी पी एस सी सिविल सर्विस, सरकारी विभागों एवं सार्वजनिक उपक्रमों में प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने में सरकार फेल सिद्ध हुई है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष भी रोजगार के मामले में आंख मूंद कर बैठा हुआ है और सरकार को घेरने में नाकामयाब रहा है l दो साल से नियुक्ति के इंतज़ार में बैठे असिस्टेंट प्रोफ़ेसर अब अंतिम रूप से आंदोलन करने जा रहे है।
*कुछ इस प्रकार से बन रही आंदोलन की रणनीति*
पीएससी चयनित सहायक प्राध्यापक संघ द्वारा पूर्व में कई बार शासन प्रशासन को नींद से जगाने का प्रयास किया है। 12 नवम्बर को मुख्यमंत्री जी ने स्वयं इनके एक प्रतिनिधि मंडल को नियुक्ति देने का ठोस आश्वाशन दिया परंतु आज दिनाँक तक नियुक्ति प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ना शासन- प्रशासन और शिक्षामंत्री की लापरवाही है। इनका कहना है कि सभी चयनित साथीयो में रोष व्याप्त है कि विगत 15 माह से हमें मात्र तारीख ही तारीख मिल रही है। ऐसा लगता है कि हमने पीएससी परीक्षा पास करके गुनाह कर लिया। नेट सेट पीएचडी करके सड़को पर बेरोजगारी की हालत में सरकार हमें तड़पा तड़पा कर मारना चाहती है । लेकिन हम संवैधानिक पद सहायक प्राध्यपक पर संवैधानिक संस्था से चुने गए है एवं संवैधनिक मर्यादा में रहकर संविधान निर्माता डॉ बाबा साहब आंबेडकर के जन्म स्थान महू में अपना प्रायश्चित करना चाहते है। भारतीय संविधान की रक्षा करना साथ ही भारतीय संविधान की प्रतियां मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन एवं महामहिम राज्यपाल को भेंट करना चाहते है इसलिए 24 नवम्बर 2019 दिन रविवार से महू से इंदौर देवास होते हुए भोपाल भारतीय तिरंगा लेकर पैदल संविधान रक्षा यात्रा का आयोजन कर रहे है । महू से यात्रा प्रारंभ के दौरान संगठन के सक्रीय साथी मुंडन करवाएंगे वहां से मंत्रीजी के विधानसभा में सामूहिक मुंडन होगा । इंदौर में पीएससी कार्यालय को ज्ञापन देंगे। वहां से संविधान रक्षा यात्रा भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगी।
भोपाल में पहुचकर 29,30 ….. सतत सामूहिक भूख हड़ताल की जायेगी। दिनाँक 24 नवम्बर समय 10: बजे महू में आम्बेडकर जन्म स्थली प्रांगण में सभी साथी आवश्यक रूप से इकट्ठा होंगे।
अंतिम लड़ाई दमदारी से लड़ी जाना है । इस बार इनके साथ ग्रंथपाल और कीड़ाअधिकारी भी साथ यात्रा करेंगे। अपील की जा रही है कि आपका साथ, विस्वास और पूर्ण समर्पण संविधान रक्षा यात्रा में अति आवश्यक है।
जैसा कि इन असिस्टेंट प्रोफेसर ने बताया। पीएससी चयनित सहायक प्राध्यापक संघ,
प्रदेशअध्यक्ष (डॉ प्रकाश खातरकर), प्रदेश उपाध्यक्ष (श्री हरिशंकर कंसाना जी), महासचिव (श्री हितेश वाणी जी ) एवं समस्त प्रदेश, संभाग एवं जिला कार्यकारिणी