Breaking News
Home / मध्य प्रदेश / इंदौर / मेहंदीकुंड में फिर मिला नरकंकाल, पुलिस की लापरवाही

मेहंदीकुंड में फिर मिला नरकंकाल, पुलिस की लापरवाही

Spread the love

*इंदौर:-बाबा*
महू तहसील के बडग़ोंदा थाना क्षेत्र में आने वाले पर्यटन स्थल मेहंदीकुंड व बामनिया कुंड में दो दिन पहले नरकंकाल मिले थे। इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को पकड़ा है। वारदात के पीछे लूट व दुष्कर्म बताया जा रहा है। जबकि, हकीकत कुछ और है। थाने पर टीआई के नहीं बैठने से भी बदमाशों के हौसले बढ़ गए हैं। थाने की जवाबदारी चार जवानों पर है। दो जवान सुबह और दो शाम को तैनात रहते हैं।
  एक तरह से बड़गोंदा थाने को लावारिस ही मान लिया गया है। इसी का फायदा अपराधी तत्व उठाते आए हैं। पिछले दिनों सिमरोल थाना अंतर्गत कजलीगढ़ में भी ग्रामीणों में 42 महिलाओं, युवतियों के साथ दुष्कर्म किया था। इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था। बडग़ोंदा थाना क्षेत्र में 3 पर्यटन स्थल व 20 से अधिक गांव आते हैं, जिन पर नजर नहीं रखे जाने से वारदातें बढऩे लगी है। आदिवासी बहुल क्षेत्र में बडग़ोंदा थाना संचालित हो रहा है। इसकी पुलिस चौकी डोंगरगांव में एबी रोड पर है। चौकी पर टीआई व अन्य अधिकारी बैठते हैं। यदा-कदा ही बडग़ोंदा थाना जाते हैं। एबी रोड स्थित चौकी पर बैठने के पीछे वाहनों से वसूली कराना बताया जा रहा है। पु
   बडग़ोंदा थाना क्षेत्र में मेहंदीकुंड, बामनिया कुंड के साथ प्रसिद्ध पातालपानी भी आता है। मेहंदीकुंड व बामनिया कुंड पर पर्यटक कम पहुंचते हैं। पातालपानी पर वर्षभर सैलानियों की आवाजाही बनी रहती है। यहां भी रेलवे लाइन व पहाड़ी के पीछे युगलों की टोली अनैतिक गतिविधियों में लगी रहती है। 15 अगस्त, 26 जनवरी, 31 दिसम्बर, 1 जनवरी को भीड़ उमडऩे पर मात्र 5-6 जवानों को तैनात किया जाता है। शेष दिनों में पुलिस झांककर भी नहीं देखती। यहां बड़े पैमाने पर अवैध शराब निर्माण व बिक्री होती है।
फाइलें खंगालना शुरू
  नरकंकाल मिलने के बाद सजग हुई बडग़ोंदा पुलिस ने पिछले दो साल में लापता हुई लड़कियों की फाइलें खंगालना शुरू कर दिया है, ताकि उनके बारे में पता चल सके। इन सभी लड़कियों की गुमशुमदी कोतवाली थाना, किशनंगज थाना, बडग़ोंदा, सिमरोल व मानपुर थाने में दर्ज है। अधिकांश मामले बडग़ोंदा व मानपुर के बताए जाते हैं। क्योंकि इन दोनों थाना क्षेत्रों में ही पर्यटन स्थल अधिक हैं। जहां पुलिस के नदारद होने से वारदातें होना आम बात हो गई है। पर्यटन स्थलों की देखरेख में मात्र कुछ जवान ही लगे रहते हैं, जिसका फायदा ग्रामीण अपराधी उठाते हैं। हर बार पुलिस के आला अधिकारी इस मामले में कहते हैं कि कम मात्रा में जवान होने से पूरे क्षेत्र को देखना संभव नहीं हैं

About DNU TIMES

Check Also

खबर पार्ट-2 *श्योपुर पीजी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य एसडी राठौर के खिलाफ 3 सदस्यों का जांच दल गठित पद के दुरुपयोग करने का मामला* *कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में सीएम ने कहा शासकीय योजनाओं में पैसा खाने वाले भी माफियाओं के समान*

Spread the loveखबर पार्ट-2 *श्योपुर पीजी कॉलेज के प्रभारी प्रचार्य राठौर के खिलाफ 3 सदस्यों …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *