*इंदौर:-बाबा*
बिजली कंपनी चोरी की बिजली जलाने वालों के खिलाफ कैसी सख्ती करती है, इसके कई सबूत अकसर सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। बिजली चोरी पकडऩे गई विजिलेंस टीम ने एक घर का पंचनामा बनाकर ढाई लाख की वसूली निकाली। बाद में दबाव-प्रभाव में आकर टीम ने मात्र 20 हजार रुपए वसूलकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली। जहाँ कार्रवाई की गई, उस घर में तीन साल से सीधे सर्विस लाइन से बिजली लेकर उपयोग किया जा रहा था। टीम के सदस्यों की शिकायत आसपास के लोगों ने सीएम हेल्पलाइन व कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों को की है।
गणेश नगर निवासी भय्यू पिता हजारीलाल के दो-तीन मकान हैं। दो मकानों को किराए पर दे रखा है। एक किराएदार रेडिमेड कपड़े की सिलाई करता है। बाहर से गुजर रही सर्विस लाइन से भय्यू ने तीनों मकानों में तार डाल दिए। आसपास के रहवासियों ने बिजली चोरी की शिकायत इलेक्ट्रानिक काम्प्लेक्स स्थित कंपनी के झोन पर की थी। वहां से मुख्यालय को जानकारी देने के बाद विजिलेंस टीम को मौके पर भेजा गया। टीम ने बिजली चोरी की पूरी वीडियो रिकार्डिंग बनाई, इसके बाद परिजनों के सामने ढाई लाख की चोरी का बिजली बिल पेश किया। भारी भरकम रकम चुकाने में असर्मथ परिजन ने विजिलेंस टीम पर नेताओं व अपने रिश्तेदारों का दबाव-प्रभाव बनाया। दबाव में आकर टीम ने 20 हजार रुपए में समझौता कर लिया। इतनी राशि का बिल भी परिजन ने जहां पर जमा कर दिया है। मामले में कंपनी के अधीक्षण यंत्री सुब्रतो राय का कहना है कि टीम द्वारा कार्रवाई के दौरान वीडियो रिकार्डिंग की जाती है। मौके पर पहुंचे टीम के अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी। यदि राशि कम वसूली तो अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी। उपभोक्ता से शेष राशि वसूली जाएगी।
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