डीएनयु टाईम्स (रवि दुबे,जालौन )
जालौन, 27 फरवरी 2020
जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की भी समीक्षा की। जनपद के डीपीसी डॉ आशीष कुमार झा ने गोल्डन कार्ड व लाभार्थी मरीजों के उपचार के बाद क्लेम के भुगतान में राज्य जनपद जालौन की स्थिति का लेखा जोखा दिया।
आयुष्मान भारत योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डा. आशीष कुमार झा ने बताया कि जनपद में कुल 47 गांव ऐसे हैं, जहां एक भी कार्ड अभी नहीं बने हैं, इनमे डकोर में 07, जालौन में 04, कोंच में 03, कुठौंद में 10, माधौगढ़ में 01, महेवा में 09, नदीगांव में 09, व रामपुरा में 04 गांव हैं। केवल कदौरा ब्लॉक में सभी गांव में कम से कम एक कार्ड बन चुका है। जिलाधिकारी ने जिला कार्यान्वयन यूनिट के सदस्यों को 31 मार्च के पहले सभी बचे हुए 47 गांव में कार्ड बनवाने का निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान कान्हा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेन्टर द्वारा डायलिसिस के 125 से भी ज्यादा लाभार्थी मरीजों के उपचार गलत पैकेज के चुनाव के बाद सबमिट किये गए क्लेम की राशि को निरस्त किए जाने के मामले में कान्हा हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ रुचि अवस्थी ने द्वारा सीएमओ कार्यालय में दिए गए स्पस्टीकरण में बताया गया है कि आयुष्मान भारत योजनांतर्गत कान्हा हॉस्पिटल सितंबर 2019 में ही आबद्ध किया गया था, योजना के विभिन्न पैकेजों की विस्तृत जानकारी नही होने की वजह से गलत पैकेज का चुनाव किया गया। लेकिन उपचार किए गए सभी लाभर्थियों का विवरण हॉस्पिटल में दर्ज है, जिसका पुनरीक्षण कभी भी विभाग द्वारा किया जा सकता है। भविष्य में ऐसी गलती नही दुहराई जाएगी। इस पर जिलाधिकारी ने इसमें सुधार कर नए सिरे से क्लेम करने के निर्देश दिए।
जनपद में लगभग एक लाख से अधिक कार्ड बनाए जाने थे जिसमें से लगभग 80 हज़ार से अधिक कार्ड बन गए है।
जिला नेत्र चिकित्सालय में भी अलग से आरोग्य मित्र की नियुक्ति शीघ्र एजेंसी के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एके सक्सेना को निर्देश दिया कि जिला अस्पताल के डायलिसिस यूनिट में आयुष्मान भारत लाभर्थियों की पहचान के उपरांत उनके योजनांतर्गत पंजीकरण के बाद उनकी डायलिसिस की व्यवस्था सुनिश्चित करें।