*खंडवा:-DNU*
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने खण्डवा जिले के छैगांवमाखन विकासखण्ड मुख्यालय पर स्थित प्राथमिक विद्यालय व आंगनवाड़ी केन्द्र पहुंचकर वहां के बच्चों से चर्चा की और उन्हें फल वितरित किए। इस दौरान बच्चों ने उन्हें कविताएं व कहानी सुनाई। इस अवसर पर कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने उन्हें बताया कि जिले के जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है वहां ज्ञानसेतु आडियो, वीडियो लेक्चर्स के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाने की व्यवस्था की गई है।
स्कूल परिसर में आयोजित स्वागत व अभिनंदन कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उज्जवला योजना के हितग्राहियों टिवली, सूरज बाई, नीला बाई, कला बाई व शिवानी को गैस चूल्हा, रेग्यूलेटर, रबर नली वितरित किए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना में श्रीमती चंदू बाई, जगदीश, रामप्यारी, कंचन बाई व जयसिंह को स्वीकृति पत्र प्रदान किए। साथ ही उन्होंने बालिका माहिरा, प्रेमलता व महक को लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण पत्र वितरित किए। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि शासन द्वारा गरीब नागरिकों के कल्याण के लिए अनेकों तरह की योजनाएं संचालित की गई है, इन योजनाओं की मदद से नागरिकगण अपना व अपने परिवार का आर्थिक स्तर सुधार सकते है।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में ग्रामीणों को स्वच्छता से रहने की सीख दी और कहा कि अधिकांश बीमारियां गंदगी से होती है। खाने से पहले हाथ जरूर धोये तथा उपयोग के पहले सब्जी व फलों को धोएं फिर प्रयोग में लें। उन्होंने कहा कि परिवार में बेटियों को विशेष लाड़ प्यार व देखभाल की जरूरत होती है, लेकिन बेटों पर विशेष ध्यान दिया जाता है, इसी कारण से बेटियां कुपोषित रह जाती है और उनके कुपोषित होने से जब वे माँ बनती है तो उनके बच्चे कुपोषित होते है। अतः कुपोषण से निपटने के लिए न केवल पोषण आहार की जरूरत है, साथ ही सोच बदलने की भी जरूरत है। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि हायर सेकेण्डरी स्कूल, कॉलेज व छात्रावासों में अध्ययनरत छात्रों का रक्त परीक्षण कराकर उनका हीमोग्लोबिन का स्तर जांचने के लिए विशेष अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है, ताकि यदि उनका स्तर 12% से कम है तो दवाईयों व पोष्टिक पदार्थो, फलों व सब्जियों की मदद से उसे बढ़ाया जा सकता है।