*इंदौर:-धर्मेंदर सोनी*
हरियाली महोत्सव के तहत पूरे जिले में सरकारी विभागों, शैक्षणिक संस्थाओं और निजी क्षेत्रों सहित किसानों को पौधे उपलब्ध कराने के बाद अब वन विभाग ने शेष बचे पौधों को बेचने के लिए तैयारी कर ली है। इसके लिए इंदौर जिले में 6 स्थानों का चयन किय है जहां से पौधों की ब्रिकी की जाएंगी।
वन विभाग के अनुसंधान एवं विस्तार विभाग की ओर इंदौर तथा देवास जिले में पौधों की ब्रिकी के लिए केन्द्र बनाए जा रहे है। वन अनुसंधान एवं विस्तार विभाग के मुख्य वन संरक्षक ने जारी अपने बयान में बताया है कि पौधों की पर्याप्त मात्रा में संख्या होने और किसानों को शासन की योजना के अनुसार नि:शुल्क पौधे देने के बाद अब विभाग पौधे बेचकर आय अर्जित करेंगा। सीसीएफ ने बताया कि इंदौर जिले के लिए मालवा डेमो, रेसीडेंसी, मल्हार आश्रम, बेटमा, भेरूघाट तथा बड़गोंदा को ब्रिकी केन्द्र बनाया गया है।
मुख्य वन संरक्षक के अनुसार इंदौर के अलावा देवास जिले की बरोठा, पीनरी, चंद्रकेशर और पारस रोपणियों में बांस, नीम, करंज, आँवला, जामफल, कटहल, सीताफल और खमेर तथा अन्य शोभादार, फलदार, छायादार और वानकी प्रजाति के लगभग 10 लाख पौधे शासकीय दरों पर उपलब्ध हैं। कार्यालयीन समय में किसी भी कार्य दिवस में कोई भी पौधे क्रय कर सकता है। राज्य शासन द्वारा पर्यावरण सुधार के लिए ये पौधे रियायती दर पर बेंचे जा रहे हैं।