*इंदौर:-बाबा यादव*
प्रशासन के सामने इस समय दो महत्वपूर्ण अभियान चलाने की जिम्मेदारी है। एक ओर जहां निर्वाचन कार्यो का पीछा नहीं छूटा है वहीं हरियाली महोत्सव के तहत पूरे जिले के हरा भरा करने की जिम्मेदारी है। जिले में वैसे सघन पौधारोपण के लिए जगह नहीं बची है फिर प्रशासन के अधिकारियों को इस अभियान की सार्थकता दिखाना है। इसके लिए छोटे से बडे रिक्त स्थानों पर पौधारोपण की योजना बनाई जा रही है।
शासन ने पौधारोपण करके पूरे प्रदेश को हरा भरा बनाने का निर्देश दिया हुआ है इधर प्रदेश के अन्य जिलों के साथ इंदौर में भी हरियाली महोत्सव के तहत बडे स्तर पर पौधारोपण करने की योजना है। प्रशासन ने योजना तो बना ली है मगर शहर ओर जिले में ऐसे खाली स्थान नहीं मिल रहे है जहां पर बडेÞ स्तर पर पौधारोपण किया जा सके। योजना के मुताबिक जिले में इस साल 20 लाख पौधों का रोपण करने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए शहरी क्षेत्र में 6 स्थानों पर सिटी फॉरेस्ट विकसित करने की योजना है।
सिटी फॉरेस्ट के लिए इन स्थानों को चुना प्रशासन ने वन विभाग और नगर निगम के माध्यम से शहर में जिन 6 स्थानों पर सिटी फॉरेस्ट की योजना बनाई है उसमें नई आरटीओ भवन के पास, लाल बाग के पास, बिचौली मर्दाना स्थित खदानों की रिक्त भूमि, कनाड़िया के पास स्थित गौशाला के आसपास तथा होटल रेडीसन के पास बड़े क्षेत्र को सिटी फॉरेस्ट के रूप में विकसित करेंगे। प्रशासन ने जिन स्थानों को चुना है उनमें से नए आरटीओ भवन के पास बीते वर्ष में बडे स्तर पर पौधारोपण किया गया था तो क्या एक साल में ही यहां के पौधे बडे हो या गायब हो गए। लालबाग के पास, रेडीसन के पास, के जिन स्थानों को चुना गया है वहां पर पूर्व से सघन पेड लगे हुए है यहां पर पौधो को रोपा तो जा सकता है मगर बडे पेडों के कारण वे पनप नही सकते है।
कलेक्टर ने दी व्यवस्था और जिम्मेदारी हरियाली महोत्सव के तहत पौधारोपण की कार्य योजना पर कलेक्टर निशांत वरवड़े ने व्यवस्था दी है कि रोपे गये पौधों की जीआईएस टेंगिंग कराई जाये। पौधों की देखभाल, सुरक्षा एवं सिंचाई की पुख्ता व्यवस्था पौधों के बड़े होने तक अनिवार्य रूप से की जाये। जिला पंचायत सीईओ नेहा मीणा को इस योजना पर अमल करने को कहा गया है। इस योजना में वन विभाग के आर एन सक्सेना, नगर निगम के कैलाश जोशी, जिला पंचायत के जमाल अहमद खान तथा समाज सेवी किशोर कोडवानी को भी शामिल किया गया है।
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