*इंदौर:-बाबा यादव*
भारत निर्वाचन आयोग के पास फर्जी फोटोयुक्त मतदाता सूची को लेकर लगातार शिकायते आ रही है । इस बार पहला अवसर है जब आयोग ने बीएलओ के सर्वे के बाद पुन: सूची के सत्यापन के कार्यो को सिरे से करने का निर्देश दिया है । यही नहीं 20 जून तक विशेष अभियान चलाकर सभी क्षेत्रों की सूची को अंतिम रूप देना है। जिला निर्वाचन अधिकारी की परेशानी बढ़ गई है तो उन्होने सभी क्षेत्रों के एसडीएम को इस कार्य के लिए मैदान में जाने के निर्देश दिए है। जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा 20 जून तक विशेष अभियान चलाकर मतदाता सूची के पूर्ननिरीक्षण का कार्य किया जा रहा है। राजनैतिक दलों द्वारा हजारों लाखों नामों को प्रदेश भर में फर्जी तरीके से जोडे जाने के आरोप के बाद भारत निर्वाचन आयोग ने सूक्ष्मता से जांच करने के निर्देश दिए है। इधर बीएलओ के लिए मतदाता सूची के पूुर्न निरीक्षण का कार्य मुसीबत बनता जा रहा है। सूची के परीक्षण के कार्यो में लगे हर बीएलओ को करीब 4-4 सौ नामों की सूची अलग से दे दी है कहा है कि यह फर्जी है इनका सत्यापन करें। बीएलओ मैदान में जा रहे है तो सभी नाम मतदाता सूची के नामों के आधार पर सही मिल रहे है। कुछ एक नाम डबल जरूर है जो बीएलओं की गलती नही बल्कि कम्प्यूटर से नाम नही काटे जाने के कारण ऐसा हुआ है।
महिला कर्मचारी बच्चों के साथ सूची सुधार में लगे
मतदाता सूची के पूर्न निरीक्षण के कार्यो में लगाई गई महिला कर्मचारियों में अधिकांश महिलाएं ऐसी थी जो अपने बच्चों को भी लेकर सूची के मिलान के कार्यो में लगी है। कलेक्टर कार्यालय में गलियारे , खाली पौच में इन दिनों महिला और पुरूष बीएलओ मतदाता सूची और निर्वाचन कार्यालय द्वार दी गई संदिग्ध फर्जी
मतदाता सूची को लेकर मिलान करने में लगे है। बीएलओ का दावा है कि जो सूची हमे परीक्षण के लिए दी गई है वह सौ प्रतिशत सही है।
घर के मुखिया के मोबाइल नम्बर भी हो रहे है दर्ज
मतदाता सूची के परीक्षण के लिए बीएलओ घर घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन कर रहे तो अधिकांश रहते पाए गए है मगर वर्तमान में स्कूलों की छुटटी होने पर बच्चों सहित महिलाएं रिश्तेदारों के यहां पर गई हुई है तो वे नहीं मिले। इधर सूची के सत्यापन के दौरान घर के मुखिया का मोबाइल नम्बर भी दर्ज किया जा रहा है मगर जहां महिलाएं मिलती है वहां पर नम्बर मांगे जाने पर कई बार बीएलओ को दुर्ब्यवहार का शिकार होना पड़ रहा है।
पर्यवेक्षक से छीना अधिकार
निर्वाचन पर्यवेक्षक जितेन्द्र सिहं चौहान पर मतदाता सूची के पूर्ननिरीक्षण के कार्यो में बीएलओ का संरक्षण देने का आरोप या उनसे विवाद होने की बात लगातार सामने आती रही है इसलिए इस बार निर्वाचन अधिकारी निशांत वरवडे ने उनसे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने और केंसल करने का अधिकार छीन लिया है यह कार्य सभी क्षेत्रों के एसडीएम को दे दिया गया है।
Home / Uncategorized / आयोग के निर्देश पर मतदाता सूची में उलझे अफसर* *शिक्षकों,कर्मचारियों और महिला कर्मी बच्चों सहित त्रृटि सुधार में जुटी
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