*इंदौर:-बाबा यादव*
इंदौेर शहर में होने वाले विकास कार्यो हो या अन्य कोई योजना का पालन कराना हो उसमें अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है। लेकिन जब नगर की प्रथम नागरिक किसी अधिकारी के कामकाजों पर सवाल उठा दे और यहा तक सीएम से उक्त अधिकारी की शिकायत करने की चेतावनी तक दे दे तो मामला गम्भीर माना जाता हेै , ऐसा ही कुछ माजरा सम्भागायुक्त कार्यालय में देखने को मिला।
इंदौर के विकास की योजनाओं पर चर्चा करने के लिए ओर मास्टर प्लान की समीक्षा के लिए सम्भागायुक्त कार्यालय में महापौर की अगुवाई में सभी जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई गई थी मगर इस बैठक में सम्भागायुक्त का महापोर मालिनी गोैड और विधायक कउषा ठाकुर को करीब एक घंटे तक करना पड़ा। कमीश्नर के समय पर नहीं पहुचने से महापौर खासी नाराज दिखी और बैठक छोडकर चल दी। इधर महापौर के जाते वक्त कमीश्नर राघवेन्द्रसिंह पहुंचे और उन्हे मनाने की भरपूर कोशिश की मगर वे नहीं मानी।
महापौर और विधायक ने जाते जाते यह तक कह डाला कि वे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और प्रभारी मंत्री से कमीश्नर के व्यवहार की शिकायत करूंगी। कमीश्नर द्वारा आयोजित बैठक में एक घंटे तक इंतजार वालों में निगम महापौर और विधायक ही नहीं बल्कि निगम सभापति अजयसिंह नरूका भी शामिल थे। आज जो मास्टर प्लान की बैठक निरस्त हुई है वह अब 30 जुलाई को होगी ।
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