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भ्रष्ट्राचार के मामले में सरपंच बर्खास्त, सचिव पर होगी कार्रवाई देश की सर्वश्रेष्ठ सरंपच के खिलाफ भी जारी है जांच

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*इंदौर:-बाबा*
पंचायतों में कामों को लेकर होने वाले भ्रष्ट्राचार को लेकर मिली शिकायतों की जांच के बाद महू विकासखंड के एक सरपंच को इंदौर जिला पंचायत की सीईओ ने पद से बर्खास्त करने के आदेश दिए है । वहीं सरपंच सचिव  जो शासकीय कर्मचारी होता है उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाना संभव है। इधर एक अन्य सरपंच जिसने राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ होने का प्रमाण पत्र हासिल किया है उनके खिलाफ भी धारा 40 के तहत जांच की कार्रवाई जारी है।
महू तहसील के शेरपुर ग्राम पंचायत में विकास कार्यो के नाम पर 15 लाख रुपए का गबन करने के शिकायत सरपंच हरिश कैथवास के खिलाफ शिकायत मिली थी। इस शिकायत की जांच जनपद सीईओ ने जांच कर जिला पंचायत सीईओ नेहा मीणा के पास अपनी रिवोर्ट भेजी थी। जनपद पंचायत से आई रिपोर्ट के आधार पर जिला पंचायत सीईओं नेहा मीणा ने शेरपुर ग्राम पंचायत के  सरपंच हरीश कैथवास को बर्खास्त कर दिया है। इस पंचायत के सचिव के खिलाफ जांच की कार्रवाई जारी है।
*दूसरी सरपंच पर बर्खास्तगी की तलवार लटकी*
ग्राम शेरपुर पंचायत के सरपंच हरीश कैथवास के खिलाफ की गई जांच में सही पाए जानेपर  जिला पंचायत सीइर्ओ नेहा मीणा ने सरपंच को पद से हटाने के साथ ही छ: वर्षों तक चुनाव लड़ने के लिए अपात्र घोषित कर दिया है। इधर भाजपा के ही एक नेता द्वारा कोदरिया पंचायत की सरपंच अनुराधा जोशी पर भी अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है। इस मामले में भी जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जांच कर अपनी रिपोर्ट जिला पंचायत को भेज दी है। चूंकि देश की सर्वश्रेष्ठ पार्षद होने और बेहतर विकास करने के मामले में अनुराधा जोशी को एक नहीं कई पुरूस्कार मिल चुके है और उन्होने विकास कार्यो के किए गए घोटालों को लेकर जो आरोप लगाए गए थे उन्हे सिरे से खारिज करते हुए सभी सवालों के प्रमाणिक जवाब भी अधिकारियो ंको दे दिए है। इधर जिला पंचायत की ओर से अनुराधा जोशी के मामले में धारा 40 के तहत जांच की जा रही है। जिन पर भी आरोप सही पाए जाने पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है। पंचायत ने अभिमत मांगा
विभागीय सूत्रों की माने तो जिला पंचायत को जो रिपोर्ट जनपद पंचायत की ओर से भेजी गई थी उसके जवाब मिलने पर सरपंच ने मय प्रमाण के दस्तावेज पेश किए थे और जिन मामलों में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे उनका लेखा जोखा भी पेश किया था। सरपंच के दस्तावेजों के मिलने के बाद पंचायत कार्यालय द्वारा पुन: उसी सीईओ से अभिमत मांगा गया है जिन्होने अनुराधा जोशी के खिलाफ आरोपों को सही बताकर अपनी रिपोर्ट भेजी थी।

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