*इंदौर:-बाबा यादव*
जेल प्रशासन भी अब अन्य विभागों की तरह राजस्व बढ़ाने की तैयारी में जुट गया है। यहां कैदियों से मुलाकात के लिए आने वाले परिजनों, रिश्तेदारों बड़ी संख्या में आते हैं। अधिकांश मुलाकाती दोपहिया व चार पहिया वाहन से आवाजाही करते हैं। कैदियों की रिहाई के समय भी शाम को बड़े पैमाने पर लोग वाहन लेकर पहुंचते हैं।
सेन्ट्रल जेल के अधीक्षक संतोषसिंह के अनुसार कई बार यह शिकायतें मिलती है कि मुलाकातियों के वाहन परिसर से चोरी हो जाते हैं। व्यवस्थित पार्किंग स्थल नहीं होने से वाहन भी बेतरतीब ढंग से पार्क किए जाते हैं। रोजाना 100 से अधिक दो पहिया व 25 से अधिक चार पहिया वाहन यहां आते हैं। ऐसे में यदि इन वाहनों से पार्किंग शुल्क वसूला जाए तो न सिर्फ जेल के राजस्व में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी होगी, बल्कि विकास कार्यों व कैदियों की सुरक्षा पर भी कुछ राशि खुद जेल प्रशासन खर्च कर सकेगा। इसे देखते हुए जेल प्रशासन ने तय किया है कि वह पार्किंग का शुल्क वसूला जाए। वर्तमान में जैविक खाद इकाई प्लांट के समीप पार्किंग स्थल तैयार किया जा रहा है। संभवतया दीपावली तक उसे पूरा कर दिया जाएगा। इसके बाद पार्किंग शुल्क पर विचार करेंगे। संभवतया वाहन शुल्क अन्य विभागों की तरह ही न्यूनतम रखा जाएगा।
Check Also
खबर पार्ट-2 *श्योपुर पीजी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य एसडी राठौर के खिलाफ 3 सदस्यों का जांच दल गठित पद के दुरुपयोग करने का मामला* *कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में सीएम ने कहा शासकीय योजनाओं में पैसा खाने वाले भी माफियाओं के समान*
Spread the loveखबर पार्ट-2 *श्योपुर पीजी कॉलेज के प्रभारी प्रचार्य राठौर के खिलाफ 3 सदस्यों …