*इंदौर:-DNU*
यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस रोजाना जेलरोड व अन्य जगह चालानी कार्रवाई करती है। लेकिन, चैकिंग के लिए रोके गए वाहन चालकों के साथ भेदभाव किया जाता है। ट्रैफिक जवान पैसा लेकर मौके पर ही वाहनों को छोड़ देते हैं। वहीं, दुकानदारों से भी वसूली की जाती है। वाहन पार्क करने का यहाँ नियमानुसार कोई स्थान तय नहीं हैं।
जेलरोड के आधा किलोमीटर के दायरे में नावेल्टी मार्केट, डॉलर मार्केट सहित हजारों छोटी-बड़ी दुकानें हैं। इन दुकानों पर शहर के अलावा आसपास के गांव, कस्बों के लोग भी मोबाइल व इलेक्ट्रानिक आयटमों की खरीदी के लिए आते हैं। यातायात की दृष्टि से ट्रैफिक पुलिस ने इसे एकांकी मार्ग घोषित कर दिया है, मगर प्राय: दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही सतत बनी रहती है। ऐसी स्थिति में वाहन गुत्थम-गुत्था होते रहते हैं। इस मार्ग पर पार्किंग स्थल बनाने के लिए कई बार व्यापारियों ने भी निगम व यातायात विभाग से चर्चा की। लेकिन, उचित स्थान नहीं मिलने से वाहन दुकानों के सामने खड़े रखना मजबूरी बन गया है।
पिछले तीन-चार माह से यहां रोजाना ट्रैफिक पुलिस का वाहन आकर बेतरतीब खड़े वाहनों को उठा लेता है, जिसे थाने पर 100-150 रुपए लेकर छोड़ देते हैं। एक भुक्तभोगी युवक का वाहन ट्रैफिक पुलिस ने कल रात उठा लिया, जिसे 100 रुपए में बिना कागजी कार्रवाई व रसीद के दिए छोड़ दिया। बताते हैं कि यहां के दुकानदारों से प्रतिमाह 2 से 3 हजार रुपए ट्रैफिक पुलिस थाना को दिए जाते हैं। यही कारण है कि जिन दुकानों पर लोग खरीदी करने जाते हैं, वहां के वाहन ट्रैफिक पुलिस की वैन नहीं उठाती। कमोबेश, यह स्थिति प्रमुख बाजारों की बनी हुई है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार ट्रैफिक वैन जिस भी वाहन को उठाकर थाने लाता है, उसे चालानी कार्रवाई कर वाहन चालक को रसीद देना अनिवार्य है। रसीद नहीं देने पर संबंधित पुलिस जवान पर कार्रवाई की जाती है। वन्ही कल रात का नजारा चोइथराम पर देखा गया जंहा सेटिंग बाज गाड़ी पे बेठ के सिगरेट के मजे ले रहे पुलिस के सामने वन्ही बेचारे मजबूर लोगो का चालान बना रही थी पुलिस वन्ही अगर किसी ने वोइन नही ले रखी थी उसे भी बिना जांच मसीन के सूंघ कर बना रहे थे वोइन पिए हुए का चालान