डीएनयु टाईम्स (धर्मेंद्र सोंनी, इंदौर)
इंदौर 27 जुलाई 2019
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आज जल शक्ति अभियान के तहत राज्य शासन द्वारा राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश के नगरीय निकायों के अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे। इस अवसर पर आयुक्त जनसम्पर्क एवं नगरीय प्रशासन श्री पी. नरहरि ने कहा कि जल शक्ति अभियान और अक्षय जल संचय अभियान को जन आंदोलन बनायें। उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी और घटते भू-जल स्तर को देखते हुए ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग, तालाबों, कुओं और बावड़ियों का जीर्णोद्धार करना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि समय की माँग है कि जल संरक्षण और जल संवर्धन किया जाये। शहरों में उपयोग किये गये जल का पुन: उपयोग किया जाये। शहरी क्षेत्र में औसतन प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर पानी खर्च होता है। वर्षा का जल रोककर हम पूरे शहर भू-जल स्तर बढ़ा सकते हैं। रूफ वाटर हार्वेस्टिंग बहुत ही आसान, सरल और सस्ती है।
श्री नरहरि ने कहा कि भारत स्वच्छता मिशन की तरह इसे भी हमें गति प्रदान करना है। भारत स्वच्छता मिशन की तुलना में यह अभियान कम चुनौतीपूर्ण है। हम इस मिशन में निश्चित रूप से पूरी तरह कामयाब होंगे। राज्य शासन द्वारा रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के लिये नगरीय निकायों के लिये 30 करोड़ रूपये बजट प्रावधान इस वर्ष किया गया है।
इस अवसर पर प्रमुख अभियंता नगरीय प्रशासन श्री प्रभाकर कटारे ने बताया कि प्रदेश के शहरी क्षेत्र के सभी शासकीय भवनों में, जिसमें स्कूल और कॉलेज भी शामिल है, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। यह काम स्थानीय निकाय करेंगे।
इस अवसर नागरथ चेरिटेबल ट्रस्ट के श्री सुरेश एमजी ने बताया कि इंदौर का क्षेत्रफल 276 वर्ग किमी. है। हम पानी रोको अभियान चलाकर पानी के कुल व्यय का 25 प्रतिशत रेन वाटर हार्वेस्टिंग से संचित कर सकते हैं। उन्होंने कहा जिले में तालाब, बावड़ी के जीर्णोद्धार और स्टॉप डैम का निर्माण करके भी भू-जल स्तर बढ़ाया जा सकता है। यह अभियान पिछले 25 वर्षों से चल रहा है। अब इसे और गति प्रदान करने की जरूरत है। इंदौर जिले में 952 मिमी. औसत वर्षा होती है। इंदौर शहर में राजेन्द्र नगर मोहल्ले में वाटर रिचार्जिंग की सबसे अच्छी व्यवस्था है। इंदौर नगर के हर ट्यूबवेल में यदि वाटर रिचार्जिंग की व्यवस्था कर दी जाये तो ट्यूबवेल कभी नहीं सूखेंगे। इंदौर नगर में नगर निगम द्वारा कानून बनाकर सभी ट्यूबवेल धारियों के लिये वाटर रिचार्जिंग सिस्टम अनिवार्य किया जा रहा है। बढ़ते हुए शहरीकरण को देखते हुए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य हो गया है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम में फिल्टर लगाना जरूरी है। यह फिल्टर जूट, ईंट, कोयला और जाली से स्थानीय स्तर पर सस्ती दर पर बनाया जा सकता है। इस अभियान से समाज के सभी वर्गों को जोड़ने की जरूरत है। महिलाओं, डॉक्टरों, समाजसेवी संगठनों, स्वयंसेवी संगठनों, धार्मिक संगठनों को जोड़ा जाना जरूरी है।