डीएनयु टाईम्स (ब्यूरो रिपोर्ट, इंदौर)
इंदौर 29 दिसम्बर,2019
सहकारिता मंत्री श्री गोविंद सिंह ने कहा है कि मध्य प्रदेश में सहकारिता आंदोलन को पुनः पुनर्जीवित किया जाएगा। मध्यप्रदेश में सहकारिता के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश को माफिया मुक्त बनाया जाएगा। श्री गोविन्द सिंह ने कहा कि इंदौर जिले में राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये चलाया जा रहा शून्य शक्ति अभियान सराहनीय प्रयास है। यह अभियान पूरे प्रदेश में लागू होगा।
मंत्री श्री गोविंद सिंह आज यहां सांवेर में किसान समृद्धि केंद्र के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने की। इस अवसर पर विधायक श्री रामलाल मालवीय, श्री महेश परमार, श्री सदाशिव यादव, के.के. मिश्रा, श्री भारत सिंह चौहान, श्री हुकम सिंह सांखला, श्री दिलीप चौधरी, श्री राम सिंह पारिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। मंत्री श्री गोविंद सिंह ने कहा कि सहकारिता जरूरतमंद एवं गरीबों को संगठित कर उनके उत्थान का बेहतर माध्यम है। सहकारिता के क्षेत्र को और अधिक मजबूत बनाया जाएगा। सहकारिता का विस्तार गांव-गांव तक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सहकारिता के माध्यम से किसानों को खाद-बीज और अन्य कृषि आदान रियायती दर पर उपलब्ध कराने के लिए किसान समृद्धि केंद्रों की स्थापना की जा रही है। इस केंद्र के माध्यम से किसानों को कृषि यंत्र भी रियायती दर पर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा किसान समृद्धि केंद्र के लिए एक मोबाइल ऐप भी तैयार किया गया है जिसके माध्यम से किसानों को उनकी पसंद के अनुसार कृषि आदान उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
इंदौर जिले में चल रहे शून्य शक्ति अभियान की सराहना
मंत्री श्री गोविंद सिंह ने इंदौर जिले में राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव की पहल पर चलाए जा रहे शून्य शक्ति अभियान की सराहना की। श्री गोविन्द सिंह ने कहा कि इस तरह का अभियान पूरे प्रदेश में चलाये जाने की जरूरत है। इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान किसानों के हित में है। इस अभियान के लिये यहां के अधिकारी और जनप्रतिनिधि बधाई के पात्र हैं। यह अभियान जरूरतमंद किसानों की आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहा है। किसानों की छोटी-मोटी राजस्व संबंधी समस्याओं के निराकरण में मददगार है। यह बहुत पुण्य का कार्य है। उन्होंने इस अभियान के तहत लाभान्वित किसानों को ऋण पुस्तिका, खसरे की प्रति, नकल आदि वितरित किये। इस अभियान के तहत सांवेर तहसील में एक हजार 200 अविवादित राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि सहकारिता के आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। सहकारिता के माध्यम से कृषि एवं गांव का विकास निर्भर है। सहकारिता का क्षेत्र जितना विस्तारित और मजबूत होगा उतना ही गांव एवं कृषि का विकास होगा। ग्रामीणों का उत्थान भी होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों की कर्ज माफी का बड़ा निर्णय लेकर उसका चरणबद्ध रूप से क्रियान्वयन किया जा रहा है। प्रथम चरण में 50 हजार रूपये तक के ऋण माफ किए गए हैं। इसके बाद दूसरे चरण में अब 50 हजार रूपये से लेकर एक लाख रूपये तक का तथा तीसरे चरण में एक लाख रूपये से दो लाख रूपये तक का कर्जा माफ होगा। कोई भी किसान छूटेगा नहीं। उन्होंने कहा कि किसानों को फसल का उचित दाम मिले इसके लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक कारगर कदम उठाए गए हैं। किसानों को बिजली के बिलों में रियायत दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसके तहत अब तक 40 मिलावट खोरों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। इसके अलावा 106 एफ आई आर दर्ज कराई गई है। उन्होंने कहा कि हर नागरिक शिक्षित और स्वस्थ बने यह हमारा संकल्प है। श्री सिलावट ने कहा कि नर्मदा गंभीर लिंक परियोजना से सांवेर तहसील के 43 गांवों में सिंचाई के साथ ही पेयजल की सुविधा भी ग्रामीणों को उपलब्ध कराई जाएगी।
कार्यक्रम को श्री भारत सिंह चौहान, श्री सदाशिव यादव, श्री के.के. मिश्रा आदि ने भी सम्बोधित किया और राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी