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लॉकडाउन के चलते मुश्किलों का सामना कर रहे श्रमिकों के चेहरे पर छाई खुशियां

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डीएनयु टाईम्स (धर्मेंद्र सोनी, इंदौर)

इंदौर संभाग के श्रमिकों का अपने-अपने घरों में पहुंचने का सिलसिला शुरू

इंदौर 26 अप्रैल, 2020

      अपने घरों से दूर रोजी रोटी की तलाश में प्रदेश के बाहर गये मजदूरों को वापस अपने घर तक लाने तथा इंदौर संभाग में रूके मजदूरों को उनके क्षेत्रों में भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके लिये राज्य शासन विशेषकर मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देशों के परिपालन में संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी द्वारा विशेष प्रबंध किये गये है। कोरोना के लॉकडाउन के चलते मुश्किलों का सामना कर रहे श्रमिकों के चेहरे पर नई खुशियां झलक रहीं हैं। हजारों की संख्या में इंदौर संभाग के श्रमिकों का अपने-अपने घरों में पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। यहां से अन्य प्रदेशों के मजदूरों को उनके क्षेत्रों में भेजने की कार्यवाही व्यापक स्तर पर चल रही हैं। राज्य शासन के निर्देश पर यहां आ रहे श्रमिकों और उनके परिजनों के स्वास्थ्य परीक्षण, लाने- ले जाने की व्यवस्था,  भोजन, आवास आदि के पुख्ता इंतजाम किये गये है।

खरगोन में 17 राज्यो से 3 हजार से अधिक मजदूर लौटेंगे अपने घर

       मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉक डाउन और कर्फ्यू के बीच हजारों मजदूरों को अपने अपने राज्यो में अपने परिवार के पास भेजने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से हजारों मजदूरों के मायूस हो रहे चेहरों पर एक नई मुस्कान आ गई है। अपने गांवों में वृद्ध परिजनों की याद में  कुम्हलाते हृदय में आशा का संचार हुआ है। अब वे सरकार को धन्यवाद दे रहे है। अन्य जिलों से मजदूरी करने आये मजदूरों की सुध लेते हुए खरगोन में 25 अप्रैल तक 1952 मजदूरों को उनके गृह जिलों में भेज दिया है। अब दूसरे चरण में ऐसे मजदूरों का डेटाबेस तैयार कर अन्य राज्यो में अपने परिवार के पास भेजने की तैयारी कर ली है। कलेक्टर श्री गोपाल चंद्र डाड ने बताया है कि खरगोन में 17 राज्यो से तीन हजार से ‍अधिक मजदूर अपने घरों की ओर वापस आयेंगे।

बड़वानी में गुजरात से लौटे 92 मजदूरो को वाहनो से पहुंचाया गया उनके गृह ग्राम

      बड़वानी जिले में गुजरात के विभिन्न स्थानो पर मजदूरी करने गये जिले के 92 मजदूरो को गुजरात की सीमा से लगे मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले से शासकीय वाहन सुविधा उपलब्ध करवाकर जिले में लया गया है। रविवार की प्रातः लगभग 4 बजे बड़वानी पहुंचने पर उनका पुनः स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें शासकीय वाहनो से उनके गृह ग्राम  तक पहुंचाया गया है । कलेक्टर श्री  अमित तोमर ने इन्हें बताया कि अगले 14 दिनो तक उन्हें अपने घरो में ही रहना है। अगर इस दौरान किसी को कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या होती है तो तत्काल अपने ग्राम के सचिव, सरपंच या एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को इसकी सूचना देना है। जिससे उनका तत्काल उपचार कवाया जा सके ।

      एसडीएम बड़वानी सुश्री अंशु जावला ने बताया कि रविवार को सुबह अलीराजपुर से उपलब्ध कराई गई बस के माध्यम से विकासखण्ड पाटी के सबसे दूरस्थ ग्राम चेरवी के रहने वाले इन 72 एवं बोरकुण्ड रहने वाले 5 मजदूरो को अलीराजपुर से आई बस के माध्यम से पाटी तक पहुंचवाया गया । वहां से उन्हें पुनः निःशुल्क उपलब्ध करवाये गये दूसरे वाहनो से उनके गृह ग्राम तक पहुंचवाया गया है।

      सुश्री जावला ने बताया कि इसी प्रकार अलीराजपुर से उपलब्ध करवाये गये वाहनो के माध्यम से जिले के विकासखण्ड पानसेमल के भी 15 मजदूर आज सुबह जिले में आये थे । इनका भी स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के उपरान्त इन्हें भी शासकीय वाहनो की सुविधा उपलब्ध करवाते हुये इन्हें विकासखण्ड पानसेमल के ग्राम रामपुरा तक पहुंचवाया गया है।

आलीराजपुर में भी हुई गुजरात से घर वापसी

      कोरोना वायरस के मद्देनजर मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के गुजरात में फंसे बड़ी संख्या में श्रमिकों की घर वापसी हुई। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की विशेष पहल पर मध्यप्रदेश के 29 जिलों के 740 व्यक्तियों को म.प्र.लाने का कार्य हुआ। मध्यप्रदेश-गुजरात की सीमा पर स्थित ग्राम चांदपुर में  चेक प्वाइंट पर सभी बसों के आने पर एक-एक व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। ततपश्चात सभी को अलग-अलग वाहनों के माध्यम से उनके घरों तक पहुँचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्रीमती सुरभि गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री विपुल श्रीवास्तव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस के मालवीय पूरे समय उपस्थित रहे।

      गुजरात से लाए गए श्रमिकों की बॉर्डर चेकपोस्ट पर सर्वप्रथम स्वास्थ्य जांच चिकित्सकों की टीम द्वारा की गई। इसके बाद सभी श्रमिकों को अलग-अलग वाहनों में उनके गृह जिले में पहुँचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी। सभी श्रमिकों को भोजन एवं संबंधित रूट की बस में बैठाकर उनके गतंव्य की ओर रवाना किया गया।

      श्रमिकों ने  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें गुजरात से मध्यप्रदेश एवम उनके घर पहुँचाने की व्यवस्था पर आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि शनिवार शाम को करीब 7:00 बजे से गुजरात की ओर से बसों के काफिले का आने का क्रम प्रारंभ हो गया था। गुजरात में फंसे मध्य प्रदेश के श्रमिको को लेकर अलग-अलग बसे आई। सभी बसों में उक्त लोगो को सोशल डिस्टेन्स के साथ बैठाकर लाया गया था। उक्त बसों में श्रमिक अलीराजपुर, उमरिया, सीधी, झाबुआ, खंडवा,  बड़वानी, खरगोन, छिंदवाड़ा, भिंड, मुरैना, ग्वालियर, उज्जैन, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, रीवा, सतना, कटनी, शहडोल, सिंगरौली, सागर, सिवनी, राजगढ़ ,धार, मंदसौर, इंदौर ,आगर मालवा देवास , पन्ना जिले के सम्मिलित हैं।

खान्देश कहे जाने वाले बुरहानपुर में हो रहा है ढ़ाई हजार मजदूरों का चैकअप

      कभी खान्देश का हिस्सा रहे ऐतिहासिक बुरहानपुर जिले के कलेक्टर श्री राजेश कौल ने बताया है कि जिले के मजदूरों के प्रति पूरी संवेदनशीलता से काम हो रहा है। आज रविवार तक दूसरे राज्यों/जिलों से बुरहानपुर जिले में प्रवेश करने वाले मजदूरों की संख्या 2525 है। जिले में प्रवेश किये इन मजदूरों का मेडिकल चेकअप कराया जा रहा है। विभिन्न स्थलों को चिन्हिंत कर इनकी ठहरने, भोजन, चाय नाश्ता की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई है एवं जिले से वाहनों के माध्यम से उनके गतंव्य स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। आज तक कुल 2399 व्यक्तियों को अपने गंतव्य स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। शेष 126 लोगों को राहत कैम्प में ठहराया गया है।

अन्य राज्यों के मजदूरों के खाते में डाल रहे है राशि

      श्री कौल ने बताया है कि प्रतिदिन इनके भोजन, दैयनंदनी व्यवस्थाएं इत्यादि का ध्यान रखा जा रहा है। अधिकतर मजदूर वर्ग महाराष्ट्र राज्य से आये हुए है जो बुरहानपुर से खण्डवा, कटनी, शहडोल, उमरिया, खरगोन आदि जिलों में बसों तथा अन्य माध्यम से सुविधानुसार अपने गंतव्य स्थलों पर पहुंचाये जा रहे है।

      बुरहानपुर जिले के प्रवासी मजदूर जो महाराष्ट्र के औरंगाबाद, जलगांव, पुणे तथा सूरत गुजरात में फंसे हुए है, जिन्हें मुख्यमंत्री प्रवासी सहायता योजना के अंतर्गत सत्यापित कर उनके खाते में 1-1 हजार की सहायता राशि अंतरित की गई है। जिसमें सोमला ज्ञानसिंग, विकास राठौर राहीदास, दुर्गेश पवार बाबुसिंग, गणेश कुशवाह गुलाबसिंग, राजू नवलसिंग गौतम, जानकीराम हरीसिंग आदि शामिल है। उनके खातों में 1-1 हजार रूपये की आर्थिक सहायता अंतरित की गई है। जिससे वे अपनी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकते है।

धार  में भी हो रही है तैयारी 

      गुजरात राज्य से धार जिले में आने के इच्छुक मजदूरों की संख्या 205 है। कलेक्टर श्रीयुत श्री श्रीकांत बनोठ ने बताया है कि इसके अलावा मध्य प्रदेश के बाहर के राज्य में जाने वाले मजदूरों की संख्या 561 है। इसके अलावा मध्य प्रदेश राज्य के अंदर ही विभिन्न जिलों में अलग-अलग बसों के माध्यम से 170 मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।

खंडवा से महाकौशल भेजे गये मजदूर

      खण्डवा जिले में शुक्रवार को 6 वाहन से 220, शनिवार को 7 बसों में 350 मजदूर, और आज रविवार को 4 बसों से लगभग 200 मजदूर रीवा, सतना, डिंडोरी, जबलपुर की ओर मजदूर भेजे जाएंगे। कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने बताया कि  इसके अलावा कर्नाटक के उडुपी में खण्डवा जिले के नवोदय स्कूल के विद्द्यार्थी फसे हैं उन्हें लेने भी आज बस रवाना हो रही है।

झाबुआ में  भी पहुंच चुके है दो हजार श्रमिक

      जिला प्रशासन झाबुआ द्वारा मजदूरों को लाने के लिए 100 गाड़ियों की व्यवस्था की गई । जिसमें 60 बड़ी तथा 40 छोटी गाड़ियां शामिल है। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने बताया है कि अब तक 2 हजार  श्रमिक आ चुके हैं। उनकी स्वास्थ्य जांच और भोजन की व्यवस्था की गई है। श्रमिकों को लाने का कार्य एक सप्ताह तक चलेगा।

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