*इंदौर:-बाबा यादव*
उच्च शिक्षा विभाग की लापरवाही और ढिलमोल रवैया हजारों छात्रों का भविष्य बिगड़ने की तैयारी में दिखाई दे रहा है।शिक्षा विभाग के एक आदेश ने उन पालकों की नींद हराम कर दी है जिन्होंने खून पसीने की कमाई से अपने बच्चो को अपना भविष्य बेहतर बनाने के लिए कॉलेजों में एडमिशन करवाया लेकिन अब विभाग के उस आदेश से जमा की गई फीस भी कॉलेज प्रशासन देने में ढिलाई कर रहा है।
दरअसल,उच्च शिक्षा विभाग द्वारा देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से सम्बंधित सभी कॉलेजों में आदेशित पत्र पहुँचाया की उन छात्रों को ही एडमिशन दिया जाए जिनके अंक 60 प्रतिशत तक आए है लेकिन उसकी अंतिम तारीख 12 जून तय की गई। लेकिन आश्चर्य की बात है कि राजधानी से 6 जून को निकला आदेश कॉलेजों में 12 जून को पहुचता है तब तक कॉलेज प्रबंधन छात्रों को प्रवेश दे देता है। लेकिन अब उच्च शिक्षा विभाग का पत्र मिलते ही कॉलेज प्रबंधन असमंजस में है कि छात्रों से ली गई हजारों रुपयों की फीस लौटाए या नही।
विभाग की लापरवाही के चलते छात्रों को अब दूसरे कॉलेजों में एडमिशन भी मिलना मुश्किल हो रहा है वही हजारो रुपयों की फीस भी अधर में दिख रही है।
इस लापरवाही से हजारों छात्रों का भविष्य अंधेरे में जाता दिखाई दे रहा है।हालांकि, छात्रों को पूर्ण विश्वास है कि, शिक्षा विभाग उनके भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नही करेगा।
Home / मध्य प्रदेश / इंदौर / उच्च शिक्षा विभाग की लापरवाही का खामियाजा भुगतने को मजबूर छात्र कॉलेजों में एडमिशन की शर्तों का आदेश निकला 6 जून को लेकिन मिला 12 को हजारों छात्र हो रहे परेशान
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