एजुकेशन के लिए हब बन चुका इंदौर अब एजुकेशन हब बना रहेगा या नहीं
इंदौर,इंदौर कोचिंग एसोसिएशन अध्यक्ष ठाकुर रवि दांगी कोरोना महामारी बीमारी व लॉक डाउन समस्या से पीड़ित क्षात्रों की निरन्तर आवाज उठारहे है जिस तरह से बार बार क्षात्रों के हित मे आवाज उठाना प्रदेश व क्षात्रों के लिए गर्व की बात है इंदौर की इंदौर में भूखे व घर जाने से वंछित क्षात्रों के लिए किसीने आवाज उठाई तो वह सिर्फ इंदौर कोचिंग एसोसिएशन है इंदौर कोचिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि दांगी ने बताया है की कोरोना संक्रमण ने सबसे ज्यादा प्रहार जिन पर किया उनमें प्राइवेट कोचिंग संस्थान और प्राइवेट हॉस्टल भी शामिल हैं सामान्य स्थितियों में इंदौर में जिस स्तर पर एजुकेशन संस्थाएं चल रही थी उसी स्तर पर पुनः संचालित हो जाएंगी
लेकिन इस संकट के दौर में इन कोचिंग संस्थानों का मकान मालिकों द्वारा साथ देना बहुत जरूरी है क्योंकि सब कुछ उनके किराए पर ही निर्भर है
यदि मकान मालिकों ने कोचिंग संस्थानों से निरंतर किराया लिया है और वह चाहते हैं कि कोचिंग संस्थान निरंतर देते रहें तो उन्हें इस संकट के समय में कोचिंग संस्थानों की यादगार मदद करना होगी जिसमें लॉक डाउन की समय सीमा का किराया नहीं लेना चाहिए और दिसम्बर तक विशेष बड़ी छूट देना चाहिये क्योंकि भारत सरकार ने उन्हें और हमें बैंको कि 6 माह की किस्तो में राहत दी है और हम कोचिंग वालो ने शुरुआती लेनदेन में मकान मालिकों को 2 महीनों से लेकर 8 महीनों तक का लाखो रुपए एडवांस दिया है जिसे हमने हमारे बुरे वक्त में काम आने वाली रकम समझा था लेकिन मकान मालिकों द्वारा उसे पूर्णतया जब्त कर लेना ओर हमारी संस्थाओं पर ताले लगाकर किराए कि मांग करना जबकि लाखो का सामान हमारा कोचिंग संस्थानो पर ही लगा हुआ है जो कि पूर्णता हमारा है उन्होंने कहा कि यदि मकान मालिकों द्वारा निरंतर कोचिंग संचालकों पर किराए के लिए दबाव बनाया जाएगा तो संगठित रूप से उस बात का विरोध भी किया जाएगा
और कानूनी लड़ाई भी लड़ी जाएगी उन्होंने कहा कि हमने जिस प्रकार भंवरकुआ को आज एजुकेशन का हब बनाया है जिसका किराया आज दिल्ली और कोटा कि कोचिंग संस्थानो से ज्यादा है उन्होंने कहा कि हम संगठित रूप से तय कर समस्त कोचिंग संस्थान वाले भवर कुआ छोड़ देंगे व अन्य स्थान को चुनेंगे उन्होंने कहा कि हमने निरंतर शासन प्रशासन से भी लिखित रूप में आवेदन देकर मदद मांगी है लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्य नहीं हुआ है चूंकि अभी परेशानी का दौर है और हम सब शिक्षित करने वाली संस्थाएं हैं इसलिए किसी भी गैरकानूनी मार्ग को हम नहीं चुनेंगे यदि शासन प्रशासन हमारी मदद करता है तो बहुत अच्छी बात है और नहीं करता है तो हम न्यायालय जाकर न्याय लेने का कार्य करेंगे उन्होंने कहा कि
इस प्राकृतिक आपदा के समय हमारी इनकम ऑफ सोर्स जीरो है लेकिन हमने जिन बच्चों से वादा किया है पढ़ाने का…
उन्होंने कहा कि हम उन बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा देंगे लेकिन हम उन्हें किसी भी प्रकार से किसी भी स्थिति में शिक्षा से वंचित नहीं होने देंगे हमारा कर्तव्य उनके प्रति उन्हें शिक्षित कर कामयाबी दिलाना है उन्होंने कहा कि मैं रवि दांगी समस्त इंदौर शहर के कोचिंग संस्थानो की तरफ से उनका अध्यक्ष होने के नाते मकान मालिकों से निवेदन करता हूं कि कृपया आप इन परिस्थितियों को समझें और कोचिंग संस्थाओं की मदद करें उसी से इंदौर एजुकेशन हब बना रहेगा