डीएनयु टाईम्स (धर्मेंद्र सोनी, इंदौर)
भविष्य चुनोतियों के साथ अपार संभावनाओं का
इंदौर। वर्ल्ड रिसर्च कांफ्रेंस द्वारा दिनांक 8 जून 2020 सोमवार को “A new world horizon: Opportunities and Challenges” “नव वैश्विक क्षितिज: अवसर और चुनौतियां” विषय पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
इस वेबिनार के माध्यम से वर्तमान हालातों के परिपेक्ष्य में एक नई दुनिया के सृजन की परिकल्पना पर विचारों का आदान प्रदान करा गया।
कांफ्रेंस कोऑर्डिनेटर प्रो राकेश उपाध्याय ने बताया कि मुख्य वक्ताओं के रूप में ईरान से डॉ. अलमीरा शम्सशे एवम मलेशिया से डॉ.टी. नटराजन मूर्ती उपस्थित रहे।
डॉ. एलमिरा जो कि एशिया पैसिफिक क्षेत्र के लिए सलाहकार है और यूनेस्को की परियोजना पर भी कार्यरत है ने कहा कि अब समय इस बात का है कि हम व्यक्तिगत उन्नति के स्थान पर सामाजिक उन्नति के प्रयास करें। इस महामारी ने समाज के हर तबके को आहत किया है और इसलिए इन परिस्थितियों से बाहर निकलने के लिए भी सामूहिक प्रयास ही आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि यूनेस्को के विश्व से गरीबी उनमूलन के जो सूत्र है वो वर्तमान समय में और भी प्रासंगिक हो गए है और उन पर काम करना सभी देशों के लिए बहुत आवश्यक है।
डॉ.टी. नटराजन मूर्ती ने अपने उदबोधन में कहा कि वर्तमान आर्थिक स्तिथियों में बहुत ही सजग हो कर रहना होगा। सभी देशों में आर्थिक मंदी, बेरोजगारी और विकास अवरुद्ध होने से अपराधों में वृद्धि होगी। साथ ही, तकनीकी विकास से ऑनलाइन अपराध भी बढ़ेगे। उन्होंने वर्तमान में फॉरेंसिक विज्ञान की प्रासंगिकता पर रोचक जानकारी प्रस्तुत करी।
वेबिनार के प्रारंभ में वर्ल्ड रिसर्च कांफ्रेंस के निदेशक प्रो. विभोर ऐरन ने विषय को प्रस्तुत करते हुए कहा कि वर्ष 2020 सिर्फ एक वर्ष का बदलाब नहीं था अपितु इसनें पूरे वैश्विक संरचना में परिवर्तन कर दिया है। व्यवसाय और व्यापार करने के नये सिध्दांत प्रतिपादित होंगें और जो इन चुनोतियों को स्वीकार करेगा उसके लिए संभावनाएं भी अनंत होगी। पहले कहा जाता था परिवर्तन संसार का नियम है परंतु अब समय तीव्र गति से परिवर्तन का होगा।
कॉन्फ्रेंस सचिव प्रो. राजेश वर्मा ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में 300 से ज्यादा राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रोफेसर्स, रिसर्चर, व्यवसायी एवम विधायर्थी मौजूद रहे। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि विज्ञान, प्रबंधन, व्यापार और समाज शास्त्र से संबंधित एक अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन शीघ्र ही किया जाएगा।
वेबिनार का प्रभावी संचालन समन्वयक प्रो.विभोर ऐरन ने किया तथा आभार कांफ्रेस सचिव प्रो. राजेश वर्मा ने माना।