डीएनयु टाईम्स (लोकेंद्र थंवर, इंदौर)
इंदौर में हुआ देश का सबसे बड़ा मेडिकल एडमिशन स्केम,इंडेक्स मेडिकल कॉलेज ने बिना PG एनरोलमेंट के लखनऊ की डॉ को 3 साल तक MD पड़ा दिया।
इंदौर-अपनी शुरआत से ही सदैव विवादों में रहे इंडेक्स मेडिकल कालेज में मेडिकल भर्ती के नाम से हुआ देश का सबसे बड़ा स्केम सामने आया है।लखनऊ की डॉ उपमा श्री इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में एम बी बी एस किया था तथा 2016 में पैथलॉजी में PG के लिये उनका एडमिशन करने का बोलकर 2660000 छब्बीस लाख साठ हजार DD से पेमेंट लिया इसीलिए इसकी विधिवत रसीद भी उन्हें मिल गई।एम बी बी एस के बाद उन्हें PGMD पैथोलॉजी में एडमिशन भी दे दी गई किंतु डॉ 3 साल के बाद भी पी जी की डिग्री नही मिली तब एम सी आई में RTI लगाई तब इस घोटाले का पता चला कि वे तो PG की स्टूडेंट के रूप में कही पर एनरोल ही नही है।पिछले एक दशक से भी अधिक समय से प्राइवेट मेडिकल कॉलेजो की अनियमितताओं के खिलाफ स्टूडेंट की पूरी ईमानदारी एवं दमदारी से लीगल लड़ाई का नेतृत्व कर रहे जबलपुर के सीनियर एडवोकेट आदित्य संघीे ने डॉ उपमा श्री की और से मध्यप्रदेश हाई कोर्ट में याचिका लगाई जिसकी आज हुई सुनवाई में इंदौर हाई कोर्ट के समक्ष में ऑनलाइन अपना पक्ष रखा ।इंदौर हाई कोर्ट के जस्टिस श्री एस सी शर्मा एवं जस्टिस श्री एस शुक्ला की डबल बेंच ने सुनवाई के बाद स्टेट ऑफ एम पी थ्रू PS मेडिकल एजुकेशन ,डाइरेक्टर मेडिकल एजुकेशन भोपाल,मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया तथा इन्डेक्स मेडिकल कॉलेज के चैयरमेन को नोटिस जारी कर 2 सप्ताह में जवाब मांगा है।
उल्लेखनीय है कि इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में पुलिस के कई रिटायर्ड ऑफिसर्स का पैसा लगा होने के यहाँ सदैव नियमो की अनदेखी की जाती रही है।ये देश का पहला ऐसा मेडिकल कालेज है जिसको पहले बेच के लिए 50 सीट का आवेदन लगाने पर 150 सीट की अनुमति दी गई थी।सी बी आई के केस में इस कॉलेज के चैयरमेन कई महीने तिहाड़ जेल में भी रह चुके है।हाल ही में लगभग 40 एम बी बी एस स्टूडेंट्स ने उनके नाम ही गलत दर्ज होने को कॉलेज द्वारा कोई सुनवाई न करने पर जबलपुर तक इस मामले की शिकायत की है।