डीएनयु टाईम्स (राजू दुबे, सिंगरौली)
21 अक्टूबर 2020
सस्ती लोक प्रियता प्राप्त करने के लिए मंत्री उषा ठाकुर ने दिया धार्मिक विवादित बयान जो ओछी मानसिकता का परिचायक है एडवोकेट उसैद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कई बार कह चुके हैं के मदरसों के बच्चों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में आधुनिक शिक्षा की डिग्रियां हो, जाने क्यों कुछ उत्साही मंत्री एवं विधायक गण माननीय प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य को भूल कर किस प्रकार का मदरसों के खिलाफ दुषप्रचार करते हैं भाजपा सरकार की मंत्री उषा ठाकुर ने सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए दिया विवादित बयान कहा देश मे मदरसों को बन्द करना चाहिए,मंत्री उषा ठाकुर का कहना है मदरसों की शिक्षा से आंतकवादी निकलते है, उक्त बयान उषा ठाकुर के ओछी मानसिकता का परिचायक है।भारतीय जनता पार्टी के मंत्री विधायक निरंतर मूल निवासी दलित आदिवासी एवं अल्पसंख्यकों के विरुद्ध आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं जो निंदनीय है उक्त बयान देश व समाज को तोड़ने वाली है जो हमारे भारतीय संविधान के खिलाफ है।अल्पसंख्यक विकास कमेटी के विधिक सलाहकार अधिवक्ता उसैद हसन सिद्दीकी ने मंत्री उषा ठाकुर के बयान पर आपत्ति किया और कड़ी निंदा करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कई बार कह चुके हैं के मदरसों के बच्चों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में आधुनिक शिक्षा की डिग्रियां हो, जाने क्यों कुछ उत्साही मंत्री एवं विधायक गण सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य को भूल कर किस प्रकार का मदरसों के खिलाफ प्रचार करते हैं? मदरसों से बड़े बड़े ज्ञानी व लाखों हजारो स्वतंत्रता सेनानी मौलाना के साथ देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम जैसे वैज्ञानिक निकले जिसने अपने देश को कई आधुनिक मिसाइल दी, जिससे कि आज भारत सैन्य शक्ति में भी वर्ल्ड में जाना जाता है और मंत्री उषा ठाकुर ने मदरसों से आंतकवादी निकलते है बयान देकर हजारो महान देश प्रेमियों का अपमान किया है इसलिए मंत्री उषा ठाकुर अपना बयान वापस ले और माफी मांगे।
अन्यथा उन्हें बर्खास्त करते हुए उनके ऊपर मुकदमा कायम हो ।