डिएनयु टाईम्स (अभिषेक बड़जात्या, इंदौर)
*कलेक्टर मनीष सिंह का फार्मूला काम कर गया
*नोटिस के बाद इंफोसिस ने बुलाए प्रदेश के युवाओं से आवेदन
आईटी कंपनी इंफोसिस ने कलेक्टर द्वारा जारी किए गए लीज शर्तों के उल्लंघन के मामले में नोटिस मिलने के बाद अब मध्य प्रदेश के आईटी युवाओं के लिए कैंपस प्लेसमेंट की तैयारी पूरी कर ली है। इस मामले में इंफोसिस ने सार्वजनिक सूचना जारी कर प्रदेश के युवाओं से 12 अगस्त रात तक मेल के माध्यम से आवेदन बुलाए हैं। इन आवेदनों की स्क्रूटनी के बाद कंपनी द्वारा 22 अगस्त को कैम्पस प्लेसमेंट किए जाएंगे। कंपनी द्वारा प्रदेश के लगभग 4000 युवाओं को इंदौर कैम्पस में प्लेसमेंट दिया जा सकता है। कंपनी ने आवेदकों को यह शर्त रखी है कि वह 2020 या 2021 में ही पास आउट होना चाहिए। बताया जाता है कि अभी तक इंफोसिस कंपनी ने केवल 672 लोगों को ही इंदौर कैंपस में रोजगार दिया था।अब यह संख्या 5000 से ऊपर हो जाएगी। इस तरह मध्य प्रदेश के आईटी बेरोजगारों को नौकरी मिल सकेगी। बताया जाता है कि इसके पीछे कलेक्टर मनीष सिंह की सोची समझी रणनीति है। कलेक्टर मनीष सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा एक कार्यक्रम में इस बात का उल्लेख किए जाने के बाद देश की दोनों प्रमुख आईटी कंपनियों को लीज शर्तों के उल्लंघन का नोटिस दिया था। लेकिन कलेक्टर मनीष सिंह कभी भी यह नहीं चाहते थे कि देश की अग्रणी आईटी कंपनियों पर किसी तरह की कार्यवाही की जाए। सिर्फ नोटिस देने का उद्देश्य यह था कि किसी भी तरह मध्यप्रदेश के आईटी बेरोजगारों को इन दोनों बड़ी कंपनियों में प्लेसमेंट मिल जाए और वह इस मुहिम में सफल भी हुए।