*महिला कांस्टेबलों को ‘अर्थसंगिनी’ एनजीओ ने सिखाए वित्तीय प्रबंधन गुर*
*इंदौर:-बाबा*
‘महंगाई आपकी मेहनत की कमाई को खा जाती है। इससे आपको अपनी पूंजी को बचाना चाहिए। हमेशा महंगाई से ज्यादा रिटर्न देने वाली जगह में निवेश करना ही फायदे का सौदा होता है।’ वित्तीय प्रबंधन से जुड़ी ये बातें ‘अर्थसंगिनी’ एनजीओ की फाउंडर शानू मेहता ने पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, इंदौर के वेबिनार में नव नियुक्त 200 से अधिक महिला कांस्टेबल को बताईं।
उन्होंने कहा कि सेविंग अकाउंट में पैसा रखने की बजाय उसका फिक्स्ड डिपॉजिट या रिकरिंग डिपॉजिट करने से ज्यादा रिटर्न मिलेगा। अगर फिलहाल महंगाई 6 फीसदी है तो आपको अपनी पूंजी ऐसी जगह निवेश करनी होगी जहां 6 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिले तभी आपको बचत होगी। इस मौके पर आईआईएम, इंदौर के डायरेक्टर प्रोफेसर हिमांशु राय ने कहा कि हमेशा उद्देश्य और उत्कृष्ठता से जीवन में काम करना चाहिए। आईआईएम, इंदौर में विजिटिंग फैकल्टी शानू मेहता ने कहा कि 3 महीने का खर्च चल सके उतनी रकम हमेशा इमरजेंसी फंड के तौर पर अकाउंट में रहनी चाहिए।
मेहता ने कहा कि निवेश को जितना जल्दी शुरू करेंगे उतना ही ज्यादा फायदा मिलेगा। ये कभी भी ना सोंचे कि अभी तो मेरी बहुत कम उम्र है अभी क्यों निवेश करूं। अगर कोई हर महीने 3 से 5 हजार रुपए की बचत करे तो पावर ऑफ कम्पाउंडिंग से वो 20 से 25 साल में आसानी से करोड़पति बन सकता है। मेहता ने कहा कि अगर आपको आर्थिक तौर पर स्वतंत्र होना है तो अपने फैसले खुद लेना होंगे। उन्होने निवेश के साथ-साथ बजटिंग की पूरी प्रक्रिया भी समझाई। कार्यक्रम में स्पेशल डीजी ट्रेनिंग अरुणा मोहन राव, एडीजी ट्रेनिंग अनुराधा शंकर और पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज इंदौर के एसपी अगम जैन समेत 200 से ज्यादा महिला कांस्टेबल शामिल हुईं। अर्थसंगिनी एक स्वयंसेवी संस्था है जो महिलाओं के बीच आर्थिक साक्षरता फैलाने के काम में जुटी है। इस संस्था के जरिए ऐसे तबके की महिलाओं की मदद की जाती है जो खुद का व्यापार शुरू करना चाहती हैं लेकिन आर्थिक कारणों से नहीं कर पाती हैं। इसके जरिए महिलाओं को वित्तीय शिक्षा और कौशल विकास की ट्रेनिंग भी दी जाती है।