डीएनयु टाईम्स (ब्यूरो रिपोर्ट, इंदौर)
- इंदौर में 8000 लोगों ने रेमडेसीवीर इंजेक्शन के लिए भेजी मांग
शासन के प्रयास और प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोलने के लिए जारी किया हेल्पलाइन नंबर
गंभीर रूप से संक्रमित मरीज इंजेक्शन के इंतजार में कर रहे हैं सांस से जंग
इंदौर । कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा कि कल कुछ ही घंटों में इंदौर के 8000 नागरिकों ने रेमदेसीविर इंजेक्शन के लिए मांग की है । इसके साथ ही राज्य शासन के द्वारा किए जा रहे प्रयास और इंदौर के जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खुलकर सामने आ गई। इससे स्पष्ट है कि इंदौर में गंभीर रूप से संक्रमित मरीज इंजेक्शन के इंतजार में अपनी सांस के साथ संघर्ष कर रहे हैं।
विधायक शुक्ला ने कहा कि कल उन्होंने अस्पतालों की हालत जानने के लिए दौरा शुरू किया था । कल पहले दिन इस दौरे में वे 15 अस्पतालों में पहुंचे । इन अस्पतालों में क्या हालत है यह तो मरीज और उनके परिजनों ने साफ बता दी लेकिन इसके साथ ही पूरे इंदौर के अस्पतालों की हालत जानना और समझना जरूरी है । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार यह दावा कर रहे हैं कि इंदौर में आवश्यकता के अनुसार रेडमसीवीर इंजेक्शन भेजे जा रहे हैं । इंदौर के प्रशासन की ओर से भी इंदौर में इस इंजेक्शन की कोई कमी ना होने तथा अस्पतालों के माध्यम से पर्याप्त इंजेक्शन भेजे जाने का दावा किया जा रहा है । इन दोनों दावो की हकीकत को जानने के लिए कल एक संदेश सोशल मीडिया पर जारी किया गया जिसमें मोबाइल नंबर देकर यह कहा गया कि यदि कहीं किसी मरीज को रेमेडेसीवीर इंजेक्शन की जरूरत है और नहीं मिल पा रहा है तो वह इस नंबर पर फोन लगाकर बताएं।
शुक्ला ने बताया कि सोशल मीडिया पर यह संदेश जारी होने के बाद कुछ घंटे के अंदर ही 8000 से ज्यादा लोगों के फोन और संदेश आ गए । इन लोगों के द्वारा अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती अपने परिजन के लिए रेमेडेसीवीर इंजेक्शन उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया । इन लोगों का कहना था कि उनके द्वारा इस इंजेक्शन को प्राप्त करने के लिए काफी प्रयास किए गए हैं लेकिन यह इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है । कुछ ही घंटे में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के फोन आने और इंजेक्शन की मांग आने से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार इंदौर में गंभीर रूप से संक्रमित कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए इंजेक्शन के सप्लाई करवाने में पूरी तरह से नाकाम है। जिन मरीजों को इस इंजेक्शन की जरूरत है वह मरीज अपनी सास के साथ संघर्ष कर रहे हैं। साथ ही साथ कई फ़ोन हॉस्पिटलों में एडमिट और ऑक्सीजन की व्यवस्था के भी सेकड़ो फ़ोन आये,, प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन इन मरीजों की सेहत में सुधार लाने के कदम उठाने के बजाय खोखले दावे करने में लगे हुए हैं,, जितने भी लोगो ने मेरी हेल्पलाइन पर कॉल किया है उन सबकी लड़ाई अब कांग्रेस पार्टी लड़ेगी और इन सबको सारी मेडिकल सुविधाएं दिलवाएगी इसके लिए हम हर विधानसभा में अपनी टीम नियुक्त करेगे ।
मुख्यमंत्री को भेजेंगे सूची
विधायक शुक्ला ने कहा कि जिन लोगों के द्वारा हेल्पलाइन के रूप में हमारे द्वारा दिए गए नंबर पर फोन लगाकर अथवा मैसेज भेजकर उक्त इंजेक्शन उपलब्ध कराने की मांग की है । उन सभी लोगों के नाम, नंबर और संबंधित अस्पताल के नाम की सूची तैयार कर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजी जा रही है। मुख्यमंत्री से कहा जाएगा कि वह सरकार की ओर से इन मरीजों के लिए इंजेक्शन की व्यवस्था तत्काल करवाएं और जिस तरह सांसद राकेश सिंह जी को इंजेक्शन दिये गए उसी तरह मुझे भी उपलब्ध करवाए में पूणता निशुल्क वितरित करवाऊँगा ।
मरीजों को भगवान भरोसे छोड़ा
विधायक शुक्ला ने कहा कि वैसे तो जो कुछ भी है वह भगवान के हाथ में ही है लेकिन गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के इलाज में अक्षम्य लापरवाही करते हुए इन मरीजों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। अब शासन और प्रशासन के द्वारा मरीजों को बेहतर स्थिति में लाने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। एक तरफ इंजेक्शन की मारामारी लगातार जारी है तो दूसरी तरफ ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए हर दिन नई योजना सामने रखी जा रही है।