*एक तरफ चल रही छात्रों की परीक्षा तो दूसरी तरफ सीएम के युवा संवाद के लिए कॉलेजों में लगी बसे छात्रों को युवा संवाद में ले जाने के लिए*
*क्या उच्चशिक्षा विभाग भी नतमस्तक है सरकार के आगे जो परीक्षाओ के चलते कॉलेजों के छात्रों को इस संवाद में ले जाने के लिए नही रोक पाए*
*कॉलेज प्रिंसिपल भी बने नादान बुला ली बसे और ले गए जबरन छात्रों को युवा संवाद में*
*श्योपुर:-
प्रदेश को कंही गुंडागर्दी तो कंही नेतागिरी का तो इंदौर जैसे नम्बर वन शहर को प्रताड़ना, दहेज हत्याओं के लिए भी नम्बर वन बना दिया गया है। उसी तारतम्य में जब आज 2 वर्षो बाद बच्चों को पढ़ाई और ऑफलाइन परीक्षा देने का मौका मिला है वन्ही कई छात्र इन दो वर्षों में एम अर सीट तो कॉपी में अपनी जानकारी देना तक भूल गए है । श्योपुर में ही देखे तो यँहा बीएड में कइ शिक्षक बनने वाले छात्रों को एम अर सीट तक भरना नही आई तो कई चिट करते पकड़े भी गए क्या उच्चशिक्षा मंत्री जी ऐसे बीएड किए शिक्षक देंगे स्कूल शिक्षया विभाग को जो खुद ही शिक्षया से दूर है। कैसा भविष्य चाह रही है बीजेपी सरकार तो दूसरी तरफ बीकॉम, बीए, बीएससी, एम ए , एमकॉम आदि के छात्रों की परीक्षा चल रही है ऐसे में छात्र पड़े की युवा संवाद में जाएं आखिर युवा संवाद में ऐसा क्या हुआ जो छात्रों को परीक्षा में मदद मिले समय खराब कर और अपनी वाहवाही दिखा कर, कर दिया युवा संवाद सूत्र बताते है कि 16 लाख युवाओं ने इस संवाद में भाग लिया तो मामाजी आपके इस संवाद ने 16 लाख युवाओं के जीवन से 2 से 4 घण्टे आपके संवाद के लिए छीन कर बर्बाद कर दिए।
*DNU Times सरकार व उच्चशिक्षा विभाग से पूछता है कि…?*
क्या इस परीक्षा के दौर में ये युवा संवाद इतना जरूरी था…?
क्या उच्चशिक्षा विभाग को ये नही बताना था कि परीक्षाए चल रही है…..?
सरकार कहेगी छात्रों के लिए नही युवाओं के लिए ये कार्यक्रम था तो में कहता हूं फिर युवा कौन….? छात्र ही तो है युवा
कॉलेजों में बसे लगा कर क्यो छात्रों को सीएम के प्रोग्राम में जबरन ले जाया गया…..?
क्यो परीक्षा में ड्यूटी कर रहे प्रोफेसर व प्राध्यापको को इस प्रोग्राम में युवाओं को लाने के लिए कहा गया..…?
मप्र के तमाम महाविद्यालय के प्राचार्यो व एडी साहब ने इस परीक्षा के दौरान प्राध्यापकों व छात्रों को कॉलेज से बसों में ले।जाने की अनुमति किसके दबाव में दे दी….?
कई कॉलेजों में प्राचार्य खुद बसे लगावा कर अध्यापकों व छात्रों को बसों से पंहुचा रहे प्रोग्राम में किसके आदेश से …..?
कई छात्रों से इस युवा संवाद को ले कर जब DNU Times ने पूछा तो छात्रों का कहना है कि हमे कॉलेज से कई बार फोन आया कि युवा संवाद में आपको उपस्थित होना है ऐसे में छात्रों का कहना है कि सर हम परीक्षा की तैयारी करें परीक्षा दे या युवा संवाद में जाएं वन्ही छात्र कहते है कि सर आज हमारा एक एक मिनट कीमती है और ऐसे में हमारे 2 से 4 घण्टे खराब हो जाएंगे। अब छात्रों को यह डर भी होने लगा है कि कॉलेज से फोन आने पर अगर नही गए तो हमारे रिजल्ट पर तो कोई असर नही होगा।
वन्ही आज श्योपुर में भी युवा संवाद का कार्यक्रम निषादराज भवन में आयोजित किया गया यँहा भी कॉलेज से दो बसे भर कर छात्रों को लाया गया था।
*कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्योपुर के छात्र संदीप से किया संवाद निषादराज भवन में आयोजित हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम*
बता दे कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में कुशाभाऊ ठाकरे सभागार भोपाल में राज्य स्तरीय ‘‘युवा संवाद‘‘ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं से वर्चुअली संवाद किया गया तथा छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गये इसी तारतम्य में युवा संवाद का जिला स्तरीय कार्यक्रम निषादराज भवन श्योपुर में भी आयोजित किया गया। जिसमें कलेक्टर शिवम वर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र जाट, पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष दौलतराम गुप्ता, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य रामलखन नापाखेडली, भाजपा जिला महामंत्री शंशाक भूषण, नगर मंडल अध्यक्ष दिनेश दुबोलिया, भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष श्रीमती सरोज तोमर, पार्टी पदाधिकारी विकास बंसल, सत्यनारायण यादव, सीईओ जिला पंचायत राजेश शुक्ल, महाविद्यालय प्राचार्य डॉ एसडी राठौर, जिला संगठक रासेयो डॉ ओपी शर्मा, डॉ रमेश भारद्वाज, प्रो एके दोहरे तथा बडी संख्या में महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ कन्यापूजन के साथ ही मॉ सरस्वती की प्रतिमा एवं महात्मा गांधी तथा स्वामी विवेकानन्द जी के चित्रों पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालयीन स्टॉफ द्वारा अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने श्योपुर कॉलेज के छात्र संदीप से किया संवाद
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा युवा संवाद कार्यक्रम के दौरान श्योपुर कॉलेज के एमएससी फिजिक्स फाईनल ईयर के छात्र श्री संदीप शर्मा द्वारा पूछे गये प्रश्न आपने मप्र के कृषि विकास हेतु सराहनीय कार्य किये हैं। मप्र किन क्षेत्रों में अपने उत्पादों का निर्यात करता है।
विश्व अनाज बाजार में बढ रही मांग के इस अवसर का लाभ उठाने के लिए मप्र सरकार किस प्रकार प्रयास कर रही है।
उक्त सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा गेहूं गोल्डन ग्रेन के नाम जाता हैं। एमपी व्हीट के नाम से पहचाना जाता है। आटे के प्रचार में टीवी पर ऐड आता है सोने जैसे दाने यह सोने जैसे दाने अपने ही मध्यप्रदेश के हैं। विदिशा, सीहोर, रायसेन मध्यप्रदेश के एमपी व्हीट के नाम से बिकता हैं। जबरदस्त प्रोडेक्शन हुआ है। वर्तमान में परिस्थितियां ऐसी बनी है कि यूक्रेन एवं रूस के युद्ध के कारण गेहूं की डिमांड विश्व बाजारों में बढी है। यह देश बडी मात्रा में अनाज की आपूर्ति करते थे, उन्होने कहा कि मप्र का एक्सपोर्ट लगभग 40 हजार करोड़ रूपयें का हो गया है। हमारा जो बासमती राइस हैं, कनाडा और अमेरिका में देखे तो 50 प्रतिशत राईज मप्र का निर्यात करके भेजते है। निर्यातकों के साथ बैठक की है मंडी टैक्स में छूट दी गई है, भारत सरकार के माध्यम जो पोर्ट बंद थे, उन्हें खुलवाया गया है। अनेको प्रकार की सुविधाएं भारत सरकार के सहयोग से एक्सपोर्टर को दे रहे है। फार्मा, टैक्सटाईल, ऑटोमोबाइल, रेडीमेट गारमेटस आदि उत्पाद विदेशों में जा रहे है। ईजिप्ट, रोमानिया, यूएई, श्रीलंका, बाग्लादेश आदि देशों में हमारा गेहूं एक्सपोर्ट हो रहा है। इसके अलावा उन्होने श्योपुर के युवाओं को विभिन्न समाज सेवी गतिविधियों में सहभागिता करने पर बधाई भी दी।