*रास्ट्रीय महिला दिवस के मोके पर “शिक्षा ,स्वास्थ्य एवं सुरक्षा” विषय पर शा. कन्या महाविद्यालय श्योपुर में गोष्ठी का आयोजन किया गया।*
*श्योपुर:-संजय यादव*
*दिलों में बस जाए वो मोहब्बत हूँ,*
*कभी बहिन, कभी ममता की मूरत हूँ।*
*मेरे आँचल में हैं से चाँद सितारे,*
*माँ के क़दमों में बसी एक जन्नत हूँ।*
*हर दर्द-ओ-ग़म को छुपा लिया सीने में,*
*लब पे ना आये कभी वो हसरत हूँ।*
*मेरे होने से ही है यह कायनात जवान,*
*ज़िन्दगी की बेहद हसीं हकीकत हूँ।*
*हर रूप रंग में ढल कर सवर जाऊं,*
*सब्र की मिसाल, हर रिश्ते की ताकत हूँ।*
*अपने हौसले से तक़दीर को बदल दूँ,*
*सुन ले ऐ दुनिया, हाँ मैं औरत हूँ।*
उक्त कवि की इन चन्द लाइनों को सार्थक करते हुए आज शासकीय आदर्श कन्या महाविद्यालय, श्योपुर के सेमिनार हॉल में दोपहर 12 बजे गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के संरक्षक -डॉ. एस.डी. राठौर शा. स्नातकोत्तर ( अग्रणी ) महाविद्यालय श्योपुर ने कार्यक्रम में संरक्षक की भूमिका का निर्वहन किया। मुख्य अतिथि माननीय श्रीमती कविता मीणा जी अध्यक्ष जिला पंचायत श्योपुर, डॉ. रेखा जैन सीनियर मेडिकल ऑफिसर जिला चिकित्सालय श्योपुर, डॉ.भारती जारवाल, सहायक प्राध्यापक, हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, सुश्री लक्ष्मी बघेल निरीक्षक, महिला थाना श्योपुर कार्यक्रम की शुरुआत माँ शर्श्वती जी की पूजा अर्चना से की गई मुख्य अतिथि का स्वागत कार्यक्रम संरक्षक डॉ एस.डी. राठौर जी ने किया।कार्यक्रम पदाधिकारी -प्रशासनिक अधिकारी प्रो.अरविंद कुमार दोहरे,कार्यक्रम संयोजक डॉ संगीता शाक्य सहायक प्राध्यापक, सहसंयोजक एवं संचालक-श्री प्रताप शाक्य (सहायक प्राध्यापक), सहायक प्राध्यापक डॉ. सावित्री भगोरे
मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहां कि महिलाओं के लिए सेनेटरी पेड़ सर्व सुलभ उपलब्ध हो इस हेतु मुझसे जो होगा मैं करूंगी एवं शासन को अवगत कराऊंगी एवं महिलाओं को फ्री में सेनेटरी पैड की उपलब्धता संवैधानिक अधिकार होना चाहिए।
डॉ रेखा जैन ने बताया कि बालिकाओं को संतुलित आहार एवं अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना चाहिए क्योंकि महिलाएं स्वस्थ होगी तो वह स्वस्थ बच्चे को जन्म देंगी , महिला एवं बच्चों की मृत्यु दर घटेगी और हमारा भारत समृद्ध होगा।
डॉ भारती जारवाल, सहायक प्राध्यापक ने बताया कि यदि बालिकाएं बढ़ेंगी तो समझदार होंगी और बाल विवाह जैसी कुप्रथा बंद होगी व अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगीएवं समृद्ध भारत हेतु महिलाएं अपना योगदान दे सकेंगी। हमारे देश की विडंबना है कि 2021 में भी कुल विवाह के 40% बाल विवाह हुए हैं । कार्यक्रम संरक्षक डॉ एस डी राठौर प्राचार्य ने बताया कि हमें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए एवं उन्हें आगे बढ़ने का स्वस्थ सामाजिक पर्यावरण उपलब्ध कराना चाहिए। हम महाविद्यालय में छात्राओं को स्वस्थ माहौल उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम संयोजक डॉ संगीता शाक्य ने कहा मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलाई जा रही पंख योजना महिलाओं एवं बालिकाओं के संपूर्ण व्यक्तित्व एवं विकास लिए सार्थक है।और कहां महिलाओं एवं बालिकाओं में कुपोषण की समस्या विकट है इस ओर समाज एवं सरकार को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम योजनाकार व सलाहकार के तौर पर विशिष्ट सहयोग डॉ वीरेंद्र सिंह जी का रहा। संचार तथ्य संकलन डॉ. महेश कुशवाह सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी ने किया,डॉ. संगीता शाक्य संयोजक शासकीय आदर्श कन्या महाविद्यालय, समाजशास्त्र विभाग श्योपुर (म. प्र.) शासकीय आदर्श कन्या महाविद्यालय,श्योपुर (म. प्र.)