*इन मासूम बच्चों की दरियादिली देख आपका दिल भी पसीज जाएगा…. पड़े व इनकी मदद जरूर करे*
*संजू बाबा:-9926010420*
इंदौर:-इस कोविड-19 के चलते लोग बड़ी मुश्किल से जी रहे है तो जीवन चलाने के लिए दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए क्या क्या जतन नही कर रहे है बड़े तो बड़े बच्चे तक अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए फल सब्जी बेचने को मजबूर है ऎसी ही एक इंदौर की स्तय व सोचने पर मजबूर कर देने वाली कहानी एक सज्जन व्यक्ति ने खुद अहसास व देख कर वॉइस मेसेज के दुवारा बताई है जो इस प्रकार है।
ये एक फोटो जिसमे एक बच्चा व एक मासूम सी गुड़िया दिख रही है ये फल लेने नही बेचने के लिए खड़े है। जो माँ अहिल्या की नगरी में “डीआरपी लाइन अगर आप अग्निबाण प्रेस से आएंगे तो जेल का पेट्रोल पंप क्रॉस करेंगे तो उसके बाद एक स्क्वेर आएगा उस पर एक बड़ी मल्टी है जिसमे एचडीएफसी बेंक है” वन्ही पर ये बच्चे रोज लगातार पिछले 10-12 दिनों से यँहा खड़े हो कर फल बेच रहे है। और इन बच्चों की ममसुमियत पर आप कुछ कह नही पाएंगे इन बच्चों से उक्त सज्जन ने 6 केले खरीदे व पूछा कितने पैसे हुए तो बच्चे ने दिल को झकझोड़ दिया कहा आप जो देना चाहे दे दो तो सोच में पड़ गया जब उक्त सज्जन ने इन बच्चों को 100 रुपए दिए तो बच्चों के पास चेंज नही थे तो बच्चों का गरीबी के बाद भी अमीरों को मुह चिड़ाती दरियादिली देखो उन बच्चों ने 100 रु लौटाते हुए कहा भय्या पैसे आप कल दे देना न जान न पहचान फिर भी उनका बड़ा दिल ही था जो यह कह गए। इस ममसुमियत के साथ ये बच्चे फल बेच रहे है पक्का ये बच्चे महल तो बनाएंगे नही बस दो जून की रोटी के लिए कर रहे है मेरा अनुरोध है व हम DNU परिवार का भी अनुरोध है कि आप थोड़े से पैसों से इनकी मदद कीजिए जब भी इस रास्ते से गुजरे तो इन्हें दान न दे कर इनसे आपकी आवस्यकता अनुसार फल बिना किसी बर्गनिंग के जरूर खरीदे ताकि जो बच्चे अपने जीवन से इस प्रकार संधर्ष कर रहे है तो उन्हें और मजबूत बनाइए ताकि वे जीवन मे मेहनत की कमाई पर विश्वास करे इन नन्हे बच्चों की मदद करे धन्यवाद