*प्रदेश का पहला मामला:-बहु को मिली सहकारी संस्था में अनुकंपा नियुक्ति*
*बड़वानी:-संजय यादव*
*99260-10420*
कोरोना जैसी घातक महामारी ने किसी को नही छोड़ा किसी के घर का मुखिया तो किसी का बेटा कंही कंही पूरे परिवार को ही ये निगल गया इस महामारी में कइ परिवारों ने अपने परिजनों को खोया है। बड़वानी निवासी शर्मिला यादव के पति, सांस-ससुर भी इस महामारी रूपी काल के गाल में समा गए। अब परिवार में कोई कमाने वाला नही बचा है जबकि उनके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। लेकिन प्रशासन-शासन ने इस और ध्यान दिया और विशेष अनुकम्पा नियुक्ति के तहत उन्हें ससुर की जगह पर सहकारी संस्था में नोकरी दी गई है। हम बता दे कि इसे प्रदेश का पहला मामला बताया जा रहा है।इनके ससुर स्व.भागीरथ जी यादव आदिमजाति सेवा सहकारी संस्थान में नियमित कर्मचारी थे। दो माह पहले 11 अप्रेल को उनकी कोरोना19 की वजह से मृत्यु हो गई थी वन्ही उनके पुत्र प्रमोद (बब्लू) यादव 8 अप्रेल व पत्नी 17 अप्रेल को मृत्यु हो गई थी। घर मे अब केवल प्रमोद की पत्नी शर्मीला व दो बच्चे 2 वर्षीय शिवाय व 6 वर्षीय शिवांश ही अकेले रह रहे है। ऐसी स्थिति में शर्मिला ने अपने ससुर की जगह अनुकम्पा नियुक्ति के लिए संचालक मंडल को आवेदन दिया था। वैसे तो अनुकम्पा नियुक्ति में पत्नी, पुत्र व अविवाहित पुत्री ही विशेसपरिस्थितियो में शामिल हो सकते है। लेकिन बड़वानी कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने इस मामले में विशेष प्रकरण में अनुशंसा की थी।